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प्रादेशिक भूगोल (Regional Geography)
यह भौगोलिक अध्ययन का एक प्रमुख उपागम (अध्ययन विधि) है जिसमें किसी सम्पूर्ण क्षेत्रीय इकाई के विभिन्न खण्डों या प्रदेशों का अध्ययन अलग-अलग किया जाता है। यह प्रदेशों (उप विभागों) का भूगोल है। उदाहरण के लिए जब विश्व को विभिन्न प्रदेशों में विभाजित करके उनका अलग-अलग भौगोलिक अध्ययन किया जाता है, तब वह विश्व का प्रादेशिक भूगोल कहलाता है।
इसी प्रकार किसी महाद्वीप जैसे एशिया का भौगोलिक अध्ययन उसके विभिन्न प्रदेशों के अनुसार किए जाने पर वह एशिया का प्रादेशिक भूगोल होता है। सम्पूर्ण भारत को एक इकाई मानकर उसके विभिन्न उपादानों का क्रमशः अध्ययन भारत का क्रमबद्ध अध्ययन होता है किन्तु जब इसके विभिन्न प्रदेशों या राज्यों का अलग-अलग भौगोलिक अध्ययन किया जाता है तब उसे भारत का प्रादेशिक भूगोल कहते हैं। प्रादेशिक अध्ययन प्रदेशों के अनुसार किया जाता है, अतः प्रदेश (region) के विषय में सम्पूर्ण ज्ञान भी आवश्यक है।
‘प्रदेश’ एक क्षेत्रीय इकाई होता है जिसके अंतर्गत कुछ या अधिकांश भौगोलिक उपादानों (विषयों) की समानता पाई जाती है। हार्टशोर्न के शब्दों में “प्रदेश एक ऐसा क्षेत्र होता है जिसकी विशिष्ट स्थिति होती है जो किसी प्रकार से दूसरे क्षेत्रों से भिन्न होता है तथा जो उतनी ही दूरी तक फैला होता है जितनी दूरी तक यह भिन्नता पाई जाती है।”
मोंकहाउस (भौगोलिक शब्द कोश) के अनुसार, “पृथ्वी तल का वह इकाई क्षेत्र जो अपने विशिष्ट अभिलक्षणों के कारण अपने समीपवर्ती अन्य इकाई क्षेत्रों से भिन्न समझा जाता है, प्रदेश कहलाता है।” दूसरे शब्दों में, प्रदेश भूमि का एक खण्ड या इकाई होता है जिसके अंतर्गत विशिष्ट अथवा समान अभिलक्षण (unique or similar character) पाएजाते हैं और वह अपने विशिष्ट अभिलक्षणों के कारण अन्य भागों से भिन्नता रखता है।
प्रदेश का निर्धारण (सीमांकन) किसी एक उपादान (विषय), अथवा बहु उपादानों की समानता (समांगता) के आधार पर किया जा सकता है। इस आधार पर प्रदेश के चार वर्ग बन सकते हैं
1. एकल विषयी प्रदेश (Single topic region): एकल विषयी प्रदेश जिसका निर्धारण किसी एक उपादान की समानता के आधार पर किया जाता है जैसे मृदा प्रदेश, कृषि प्रदेश, भाषा प्रदेश आदि।
2. बहुल विषयी प्रदेश (Multiple topic region): बहुल विषयी प्रदेश जिसका निर्धारण कई संयुक्त तत्वों की समानता के आधार पर किया जाता है जैसे प्राकृतिक प्रदेश, आर्थिक प्रदेश, सांस्कृतिक प्रदेश आदि।
3. सम्पूर्ण विषयी प्रदेश (Total topic region): सम्पूर्ण विषयी प्रदेश उसे कहते हैं जिसके समस्त भौगोलिक उपादानों की समानता मिलती है। विभिन्न भूभागों में स्थित ऐसे प्रदेशों में सभी तत्वों में एकरूपता पायी जाती है।
4. विशिष्ट प्रदेश (Specific region): विशिष्ट प्रदेश को डी. ह्वीटलसी ने कम्पेज (Compage) की संज्ञा दी है। अपने तरह के अकेले इस प्रदेश में तत्वों का क्रम और संख्या परिवर्तनीय होती है। इसमें सभी उपादानों का महत्व समान नहीं होता है और महत्त्व के अनुसार उनकी संख्या भी परिवर्तनीय होती है। विशिष्ट प्रदेश अकेला होता है और उसके अन्य उदाहरण नहीं पाए जाते हैं।