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शीतोष्ण घास प्रदेश (Temperate Grasslands)
ये घास के मैदान 30° से 45° अक्षांशों के बीच महाद्वीपों के मध्यवर्ती भागों में पाये जाते हैं। उत्तरी गोलार्द्ध में स्थलीय विस्तार अधिक होने के कारण इन मैदानों का विस्तार कहीं-कहीं 50° उत्तरी अक्षांशों तक भी पाया जाता है। इन मैदानों में वार्षिक वर्षा 25 से 75° सेमी. होती है। यह थोड़ी वर्षा भी घास उगाने के लिए पर्याप्त होती है, क्योंकि तापमान कम होने के कारण वाष्पीकरण कम होता है। यह घास नम और पौष्टिक होती है और | पशुओं के लिए उपयोगी होती है। दुनिया के विभिन्न भागों में घास के मैदान पाये जाते हैं। जो इस प्रकार हैं-
1. पम्पास (Pampas)
अर्जेन्टिना एवं उरुग्वे में विस्तृत शीतोष्ण घास का मैदान क्षेत्र है। विश्व का प्रमुख कृषि क्षेत्र, जो अनाज एवं सूअर मांस उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। अल्फा-अल्फा एक पोषणयुक्त घास है, जो यहां पायी जाती हैं और जिसका उपयोग एक वाणिज्यिक चरागाह के रूप में किया जाता है। यहां पाले गये पशुओं को ब्यूनस आयर्स में लाकर काय जाता है और फिर उनके मांस का निर्यात कर दिया जाता है।
2. प्रेयरीज (The Prairies)
यह कनाडा और सं.रा. अमेरिका में ‘ग्रेटप्लेन’ में फैला शीतोष्ण घास का क्षेत्र है। शीतकाल में ‘चिनूक’ हवाओं के प्रभावस्वरूप घास उगने में। सहयोग मिलता है जिससे पशुपालन में सहायता मिलती है। इस मैदान में व्यापक स्तर पर गेहूं की खेती की जाती है, जिनका विश्व के विभिन्न भागों में निर्यात किया जाता है। यहां पशुपालन मांस और दुध दोनों के लिए। किया जाता है।
3. डाउन्स (Downs)
आस्ट्रेलिया के मरे-डार्लिंग नदी बेसिन में विस्तृत यह शीतोष्ण कटिबन्धीय घास का मैदान है। सिंचाई उपलब्ध होने पर ये भेड़ों तथा दुधारू पशुओं के लिए उत्तम चारा प्रदान करते हैं। कई स्थानों पर घास को साफ करके गेहूं की कृषि शुरू की गई है। यहां मेरीनो भेड़ बड़े-बड़े बाड़ों में चराई जाती है, जिन्हें ‘स्टेशन’ (Station) कहते हैं। कंगारु इसी मैदानी भाग में सबसे अधिक पाये जाते हैं।
4. वेल्ड (Veldts)
यह दक्षिण अफ्रीका में फैला, शीतोष्ण कटिबन्धीय घास का मैदान है। इस घास के मैदान में गाय- 1-बैल तथा ‘अंगोरा’ बकरी भी पर्याप्त मात्रा में चराई जाती हैं। यहां मेरीनो तथा अन्य प्रकार की उत्तम ऊन वाली भेड़ मिलती हैं। यहां का मांस अपेक्षाकृत घटिया होता है। इसमें सोना, हीरा, लोहा आदि खनिज भी मिलते हैं।
5. स्टेपीज (Steppes)
यह यूरेशिया के विशाल क्षेत्र में पाया जाने वाला शीतोष्ण कटिबंधीय घास का मैदान है। चरनोजम मिट्टी की प्रधानता है। यूरोपीय भाग में चेस्टनट भूरी मिट्टी पायी जाती है। इस घास के मैदानी को वर्तमान में साफ करके विस्तृत खेती की जाती हैं। इनमें गेहूं को मुख्यतः खेती की जाती है।
उष्णकटिबन्धीय घास प्रदेश (Tropical Grasslands)
उष्ण कटिबंधीय घास के मैदान भूमध्य रेखीय प्रदेश के उत्तर व दक्षिण में 50 से 30° अक्षांशों के बीच विस्तृत है। इन क्षेत्रों में औसत वार्षिक वर्षा 100 सेमी. होती है। सामान्यतः इसकी ऊंचाई 1.8 से 3 मी. तक होती है। वर्षा काल में ये मुलायम होती है, किन्तु बाद में मोटी, कठोर और शुष्क हो जाती हैं। शुष्क ऋतु में यह झुलस कर भूरी हो जाती हैं। विश्व के विभिन्न भागों में ये निम्न नामों से जानी जाती है-
1. सवाना (Savannah)
यह उष्ण कटिबन्धीय घास का मैदान है जो सूडान में विशेष रूप से विस्तृत है। इसमें वर्षाकाल में ऊंची-ऊंची घासें पैदा होती हैं। इस घास के मैदान में जंगली जीव-जन्तुओं की बहुलता होती है। इसी क्षेत्र में विश्व प्रसिद्ध ‘मसाईमारा रा. उद्यान’ (केन्या) अवस्थित है।
2. लानोस (Llanos)
यह उष्ण कटिबन्धीय घास का मैदान है, जो वेनेजुएला में विस्तृत है। यह ओरीनोको नदी के बेसिन में विशेष रूप से फैला है। इस मैदान में सामान्य: 1.8 से 3 मीटर तक ऊंची घासे होती हैं।
3. कम्पास (Compass)
यह उष्ण कटिबन्धीय घास का मैदान है जो ब्राजील के दक्षिणी भाग में विस्तृत है। इस मैदान में ऊंची-ऊंची पासें पायी जाती हैं। यह दक्षिणी अफ्रीका में विस्तृत उष्ण कटिबन्धीय घास का मैदान है।
4. पार्कलैंड (Parklands)
यह दक्षिणी अफ्रीका में विस्तृत उष्ण कटिबन्धीय घास का मैदान है।
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