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पठार (Plateaus) का अर्थ
ये पृथ्वी पर द्वितीयक क्रम (Second Order) के उच्चावच हैं तथा पृथ्वी के एक तिहाई भाग पर अपना विस्तार रखते हैं। पठार (Plateaus) वह उच्चभूमि है, जिसका कोई एक ढाल आस-पास के इलाकों से अधिक ऊँचा तथा खड़े ढाल वाला हो। इसका शिखर या ऊपरी भाग सपाट व चपटा होता है। पठार के निर्धारण में ऊँचाई से अधिक महत्व इसके शिखर का चपटा होना है।
पठारों (Plateaus) का वर्गीकरण
उत्पत्ति के आधार पर पठारों का वर्गीकरण:
1. अंतर्पर्वतीय पठार
ये पठार (Plateaus) चारों ओर से पर्वतों से घिरे होते हैं। भूपटल के सर्वोच्च, अधिक विस्तृत एवं अत्यधिक जटिल पठार इसी श्रेणी में आते हैं। बोलीविया व पेरू के पठार, एशिया माइनर का पठार (तुर्की), कोलंबिया का पठार (संयुक्त राज्य अमेरिका), मैक्सिको का पठार इसी के उदाहरण हैं।
विश्व का सबसे ऊँचा पठार (Plateaus) तिब्बत का पठार (5,000 मी. ऊँचा) इस प्रकार के पठार का सर्वप्रमुख उदाहरण हैं, जो उत्तर में कुनलुन व दक्षिण में हिमालय पर्वतों से घिरा हुआ है।
2. गिरिपद पठार
पर्वतों के आधार पर स्थित पठारों को गिरिपद या पर्वतपदीय पठार कहा जाता हैं। ये एक ओर उच्च पर्वतों से घिरे होते हैं तथा दूसरी ओर से ये सागर या मैदान से घिरे होते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका के पीडमांट पठार व दक्षिण अमेरिका के पैटागोनिया पठार इस प्रकार के पठार का सर्वोत्तम उदाहरण है।
3. गुम्बदाकार पठार
भूपटल में वलन की क्रिया द्वारा गुम्बदनुमा उत्थान के कारण इस प्रकार के पठार (Plateaus) बनते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका का ओजार्क पठार, भारत का छोटानागपुर पठार, रामगढ़ पठार इसी के उदाहरण हैं।
4. महाद्वीपीय पठार
ये प्रायः पर्वतीय भागों से दूर किन्तु सागरीय तटों या मैदानों से घिरे होते हैं। इनकी उत्पत्ति धरातल के ऊपर उठने या लावा के अपरिमित निक्षेप से होती हैं। इन पठारों को शील्ड भी कहा जाता है। साइबेरिया शील्ड, बाल्टिक या फेनो-स्कैंडिये शील्ड, लारेंशियन या कनाडियन शील्ड तथा ब्राजील शील्ड इसी प्रकार के पठार के उदाहरण हैं।
5. ज्वालामुखी पठार
ज्वालामुखी के निस्सृत लावा के जमाव के कारण बने सपाट विस्तृत भू-भाग को ज्वालामुखी पठार कहते है। दरारी उद्भेदन इनकी उत्पत्ति का मुख्य कारण हैं। भारत में दक्कन का लावा पठार एवं संयुक्त राज्य अमेरिका में कोलंबिया-स्नेक पठार लावा निर्मित पठार के सर्वोत्तम उदाहरण हैं।
अपरदन चक्र के आधार पर वर्गीकरण:
1. तरुण पठार
जिस पर अपरदन की प्रक्रिया अधिक सक्रिय होती है। संयुक्त राज्य अमेरिका का कोलोरेडो पठार व इदाहो पठार इसके उदाहरण हैं।
2. प्रौढ़ पठार
संयुक्त राज्य अमेरिका का अप्लेशियन पठार परिपक्व पठार का श्रेष्ठ उदाहरण है।
3. जीर्ण पठार
जहाँ अत्यधिक अपरदन के कारण पठार के उच्चावच घिसकर प्रायः समाप्त हो जाते हैं तथा पठार एक पेनीप्लेन के रूप में परिवर्तित हो जाता है। उदाहरण- मध्य राँची का पठार ।
4. पुनर्युवनित पठार
यदि कोई पठार जीर्णावस्था की प्राप्ति के बाद पुनः उभार के कारण अधिक ऊँचाई प्राप्त कर ले तो इस प्रकार के पठार का निर्माण होता है। संयुक्त राज्य अमेरिका का मिसौरी पठार व राँची का पाट-पठार इसका उत्तम उदाहरण है।
प्रमुख पठार (plateaus) व उनकी स्थिति
नाम | स्थिति |
एशिया माइनर | तुर्की |
अनातोलिया का पठार | तुर्की |
मेसेटा पठार | आइबेरिया प्रायद्वीप (स्पेन) |
चियापास पठार | दक्षिणी मैक्सिको |
अलास्का/यूक्रॉन पठार | संयुक्त राज्य अमेरिका |
कोलम्बिया पठार | संयुक्त राज्य अमेरिका |
ग्रेट बेसिन पठार | संयुक्त राज्य अमेरिका |
कोलोरेडो पठार | संयुक्त राज्य अमेरिका |
ग्रीनलैंड पठार | ग्रीनलैंड |
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