Estimated reading time: 7 minutes
Table of contents
गंगा नदी तंत्र (Ganga River System)
मानचित्र पर दर्शाया गया गंगा नदी तंत्र (Ganga Nadi Tantra)
गंगा बेसिन
गंगा बेसिन भारत में सबसे बड़ा नदी बेसिन है, जिसकी लम्बाई: 2510 कि.मी. तथा क्षेत्रफल 8,61,404 वर्ग कि.मी. है। यह एक अन्तर्राष्ट्रीय नदी है जो बंगलादेश को पार कर बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है। जवाहरलाल नेहरू के शब्दों में, “अपने स्रोत से सागर तक, पुराने समय से नए समय तक, गंगा भारत की सभ्यता की कहानी है”।
- गंगा उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जिले में माना दर्रे के निकट गोमुख हिमनद (लगभग 7000 मीटर) से निकलती है।
- इस नदी को भागीरथी कहते हैं जो वृहत् हिमालय तथा लघु हिमालय में संकीर्ण महाखड्डों का निर्माण कर आगे बढ़ती है।
- देवप्रयाग में भागीरथी अलकनंदा से मिल जाती है।
- अलकनंदा नदी सतोपंथ हिमनद (7800 मी.) से निकलती है, जो बद्रीनाथ के उत्तर में तथा नीती दर्रे के निकट स्थित है।
- देव प्रयाग में भागीरथी तथा अलकनंदा के संगम के बाद यह नदी गंगा कहलाती है।
- गंगा हरिद्वार में भारत के मैदान में प्रवेश करती है।
- राजमहल पहाड़ियों के नजदीक फरक्का बराज बाँध (पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में) के नीचे यह दक्षिण पूर्व दिशा में मुड़ जाती है।
- फ़रक्का बराज के बाद यह नदी दो भागों में विभक्त हो जाती है – भागीरथी-हुगली तथा पद्मा।
- हुगली कोलकाता से होकर गुजरती है, वही पदमा बांग्लादेश में प्रवेश करती है।
- वर्तमान में हुगली बंगाल डेल्टा की सबसे पश्चिमी वितरिका है। हुगली एक ज्वारीय नदी है, जिस पर कोलकता बंदरगाह अवस्थित है।
- बंगाल डेल्टा भूगर्भिक अवतलन (Geological Sag) को भरने का परिणाम है, इस भूगर्भिक अवतलन का निर्माण पश्चिम में राजमहल पहाड़ियां एवं छोटानागपुर पठार के बीच होता है।
- बंगाल डेल्टा को सुंदरवन डेल्टा कहते हैं, जिसका विस्तार पश्चिम बंगाल तथा बांग्लादेश में है। सुंदरवन डेल्टा गंगा-ब्रह्मपुत्र तथा मेघना नदियों के निक्षेपित क्रिया का परिणाम है।
- गंगा बेसिन भारत के कुल भूमि क्षेत्र का लगभग एक-तिहाई हिस्सा अधिकृत करता है।
इनको भी पढ़ें 1. सिंधु नदी तंत्र 2. ब्रह्मपुत्र नदी तंत्र 3. प्रायद्वीपीय भारत का नदी तंत्र |
यमुना नदी
- यह गंगा की सबसे लम्बी तथा सबसे पश्चिमी सहायक नदी है, जिसकी लम्बाई : 960 कि.मी. है।
- इस नदी का स्त्रोत यमुनोत्री हिमनद है, जो बांदेरपुंछ (6316 मीटर) के पश्चिमी ढाल पर अवस्थित है।
- मंसूरी श्रेणी (उत्तराखंड) के पीछे इसमें टोन्स नदी आकर मिलती है।
- हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश के बीच एक सीमा बनाते हुए यह नदी दिल्ली, मथुरा एवं आगरा होकर गुजरती है तथा आगे इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) में इस नदी का संगम गंगा के साथ होता है।
- यमुना की मुख्य सहायक नदियां ज्यादातर इसके दाहिने तट की सहायक नदियां हैं, जिनका उद्गम अरावली (राजस्थान), विंध्य श्रेणी तथा मध्य प्रदेश के मालवा पठार से होता है।
- चम्बल, सिंध, बेतवा, केन तथा टोन्स यमुना के दाहिने ओर की सहायक नदियां हैं।
- वैदिक काल में यमुना दक्षिण तथा दक्षिण-पश्चिम की ओर राजस्थान के बीकानेर जिले से होकर बहती थी तथा पौराणिक नदी सरस्वती में जाकर सम्मिलित हो जाती थी।
चम्बल
- चम्बल नदी की लम्बाई : 960 कि.मी. है।
- इसका उद्गम स्थान विध्य श्रेणी में मालवा पठार के दक्षिण-पश्चिम में मऊ के निकट है।
- यह नदी कोटा, बुंदी, सवाई माधोपुर एवं धौलपुर को पार कर इटावा से लगभग 40 कि.मी. पश्चिम यह नदी यमुना में जाकर मिल जाती है।
- अरावली श्रेणी से निकलने वाली बनास नदी इसकी मुख्य बाएँ तट की सहायक नदी है।
- मालवा पठार से निकलने वाली काली सिंध तथा पार्वती इसके दाहिने तट की सहायक नदियां हैं।
- चम्बल नदी अपने विस्तृत बीहड़ भूमि खड्ड (Ravines) के लिए प्रसिद्ध है, जो यह नदी निचले चम्बल घाटी में निर्मित करती है।
- इस नदी पर बने मुख्य बाँध हैं – गाँधी सागर, राणा प्रताप सागर (रावतभाटा) तथा जवाहर सागर।
रामगंगा
- रामगंगा नदी कुमाऊं हिमालय से निकलती है।
- यह नदी शिवालिक को पार कर गंगा के मैदान में नजीबाबाद में प्रवेश करती है। यह हरदोई जिले में कन्नौज के प्रतिमुख गंगा में जाकर मिलती है।
शारदा
- शारदा नदी नेपाल में हिमालय के मिलाम हिमनद से निकलती है, जहां इसे गोरीगंगा कहा जाता है।
- इस नदी को अनेक नाम से जाना जाता है, जैसे – काली, जब यह भारत-नेपाल सीमा के समानान्तर बहती है। बाराबंकी के निकट घाघरा में मिलने से पहले इस नदी को चौका कहा जाता है।
कर्नाली
- कर्नाली को नेपाल के हिमालय क्षेत्र में कैरी आला कहते हैं, जो गंगा के मैदान में घाघरा बन जाती है।
- कर्नाली एक पूर्ववर्ती नदी है, जो नेपाल के हिमालय में मानधाता चोटी (7220 मीटर) से निकलती है।
- यह नदी नेपाल के पश्चिमी भाग में महाभारत श्रेणी को एक गहरे महाखड्ड के निर्माण के द्वारा पार करती है।
- मैदान क्षेत्र में इसमें शारदा नदी आकर मिलती है, जहां यह नदी घाघरा कहलाती है, जिसका अर्थ है – लहंगा।
- अयोध्या तथा फैजाबाद शहर को पार करते हुए यह नदी बलिया शहर के निकट छपरा में गंगा से जा मिलती है।
- घाघरा एक बड़ी नदी है तथा इसके मार्ग बदलने की क्रिया का अनुमान लगाना मुश्किल है।
गंडक
- गंडक नदी का उद्गम स्थान नेपाल के हिमालय में धौलगिरि तथा ऐवरेस्ट की चोटी के मध्य है एवं यह नेपाल के केन्द्रीय भाग को अपवाहित करती है।
- यह नदी भारत के वृहत् मैदान में बिहार के चम्पारण जिले में प्रवेश करती है तथा दक्षिण-पूर्व की ओर मुड़कर यह पटना शहर के प्रतिमुख सोनपुर में जाकर गंगा से मिल जाती है।
- यह नदी भी अक्सर अपना मार्ग बदलती है।
कोसी
- यह एक पूर्ववर्ती नदी है।
- इस नदी को ‘बिहार का शोक’ कहा गया है।
- अरूण इसकी मुख्य धारा है जो ऐवरेस्ट चोटी के उत्तरी ढाल से निकलती है।
- नेपाल में वृहत् हिमालय में प्रवेश करने के बाद इस धारा में पश्चिम से सनकोसी तथा पूर्व से तामूर-कोसी आकर मिलती है।
- अरुण नदी से मिलकर ये नदियाँ सप्त कोसी कहलाती है।
- यह नदी महाभारत श्रेणी तथा शिवालिक पहाड़ियों के बीच’ बहती है तथा बिहार के मैदान में सहरसा जिले में छत्रा निकट प्रवेश करती है।
- बिहार के मैदान में यह नदी अनेक परिवर्तनशील जलमार्गों में विभाजित हो जाती है। लगभग 200 वर्ष पहले, कोसी पूर्णिया शहर के किनारे बहती थी लेकिन अब पश्चिमी प्रवसन के कारण यह पूर्णिया से 160 कि.मी. पश्चिम में बहती है। मणिहारी से 30 कि.मी. पश्चिम यह नदी गंगा में जाकर मिलती है।
महानन्दा नदी
- यह नदी पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग पहाड़ियों से निकलती है।
- यह गंगा के उत्तरी तट की सबसे अंतिम सहायक नदी है।
सोन
- यह गंगा के दक्षिण तट की एक बड़ी सहायक नदी है, जिसकी लम्बाई: 780 कि.मी. तथा बेसिन का क्षेत्रफल 54,000 वर्ग कि.मी. है।
- यह अमरकंटक के पठार से निकलती है, जो नर्मदा के स्रोत से अधिक दूर नहीं है।
- आरा के नजदीक बांकीपुरा में गंगा से जाकर मिल जाती है।
केन
- केन नदी मालवा के पठार से निकलकर पन्ना जिले से बहती हुई उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में यमुना नदी से मिल जाती है।
- सोनार एवं बीवर इसकी मुख्य सहायक नदियां हैं।
दामोदर नदी
- दामोदर छोटानागपुर पठार के पूर्वी भाग को अपवाहित करती है।
- यह नदी पश्चिम से पूर्व की ओर बहती है तथा आसनसोल के नजदीक एक संकीर्ण-स्थान में बंगाल के डेल्टा मैदान में प्रवेश करती है।
- आसनसोल के आगे इस नदी में बराकर नदी आकर मिलती है, जो इस नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है
- फाल्टा (कोलकाता के उत्तर) में हुगली नदी से जा मिलती है।
FAQs
गंगा नदी की पूरी लंबाई कितनी है?
गंगा नदी की पूरी लंबाई 2510 कि.मी. है।
गंगा नदी कहाँ से शुरू और समाप्त होती है?
गंगा नदी की शुरुआत उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जिले के माना दर्रे के निकट गोमुख हिमनद से होती है तथा बांग्लादेश में पद्मा के नाम से ब्रह्मपुत्र नदी (बांग्लादेश में जमुना के नाम से जानी जाती है) में मिलकर मेघना के नाम से बंगाल की खाड़ी में समाप्त हो जाती है।
गंगा नदी कुल कितने राज्यों से होकर गुजरती है?
गंगा नदी भारत के पांच राज्यों उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखण्ड एवं पश्चिम बंगाल से होकर गुजरती है।
यमुना नदी कहाँ से शुरू होती है और कहाँ समाप्त होती है?
यमुना नदी यमुनोत्री हिमनद, जो उत्तराखंड में बांदेरपुंछ (6316 मीटर) के पश्चिमी ढाल से शुरू होकर उत्तरप्रदेश में प्रयागराज (इलाहाबाद) में गंगा नदी में समाप्त हो जाती है।
2 Responses