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डॉ० आर० एल० सिंह के जलवायु प्रदेश (Climatic Regions of Dr. R.L. Singh)
वर्ष 1971 में डॉ० आर० एल० सिंह द्वारा सम्पादित ‘India: A Regional Geography’ नामक पुस्तक प्रकाशित हुई; जिसमें स्टाम्प तथा केण्ड्रयू के संशोधित जलवायु विभाजन को प्रस्तुत किया गया। इस विभाजन में आर० एल० सिंह ने तापमान तथा वर्षा सम्बन्धी आँकड़ों को आधार माना। सबसे गर्म तथा सबसे ठण्डे माह के तापमान तथा वर्षा के आँकड़ों का प्रयोग किया गया। इस योजना के अनुसार उन्होंने भारत को 10 जलवायु प्रदेशों में विभाजित किया जिनका संक्षिप्त विवरण नीचे दिया जा रहा है:
अति आर्द्र उत्तर-पूर्वी प्रदेश
- इस प्रदेश में भारत के उत्तर-पूर्वी भाग आते हैं जिनमें सिक्किम, मेघालय, असम, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा तथा मणिपुर शामिल हैं।
- इस प्रदेश में सबसे गर्म माह जुलाई है जिसका तापमान 25° से 33° से० तक रहता है। सबसे ठण्डा माह जनवरी है जबकि तापमान 11° से 24° से० के बीच रहता है।
- औसत वार्षिक वर्षा 200 सेमी० से अधिक होती है।
आर्द्र सहयाद्रि और पश्चिमी तटीय प्रदेश
- इस प्रदेश में सहयाद्रि (पश्चिमी घाट) तथा पश्चिमी तटीय मैदान शामिल किए जाते हैं।
- यह उत्तर में नर्मदा नदी से दक्षिण में कन्याकुमारी तक फैला हुआ है।
- यहाँ जनवरी का तापमान 18° से 28° से० तथा जुलाई का तापमान 26° से 32° से० है।
- वार्षिक औसत वर्षा 200 सेमी० से अधिक होती है।
आर्द्र दक्षिण-पूर्वी प्रदेश
- इस प्रदेश के अन्तर्गत पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल तथा आन्ध्र प्रदेश के उत्तर-पूर्वी भाग आते हैं।
- यहाँ जनवरी तथा जुलाई का तापमान क्रमशः 12° से 27° तथा 26° से 34° से० होता है।
- वार्षिक वर्षा का औसत 100 से 200 सेमी० होता है।
उप-आर्द्र मध्यवर्ती प्रदेश
- इस प्रदेश में उत्तर प्रदेश का पूर्वी भाग तथा बिहार शामिल किए गए हैं।
- यहाँ जनवरी का तापमान 15° से 19° से० तथा जुलाई का तापमान 30° से 35° से० होता है।
- यहाँ 100 से 200 सेमी० औसत वार्षिक वर्षा होती है।
उप-आर्द्र तटवर्ती प्रदेश
- यह प्रदेश पूर्वी तमिलनाडु तथा आन्ध्र प्रदेश के तटीय भाग पर विस्तृत है।
- यहाँ पर मई माह सबसे गर्म होता है और इस माह का औसत तापमान 28 से 33° से० होता है। जनवरी का तापमान 20° से 29° से० तक रहता है।
- यहाँ वर्षा शीत ऋतु में होती है और ग्रीष्म ऋतु अपेक्षाकृत शुष्क होती है।
- वार्षिक वर्षा का औसत 5 से 150 सेमी० होता है।
- अधिकांश वर्षा लौटते हुए मानसून द्वारा नवम्बर-दिसम्बर में होती है।
उप-आर्द्र महाद्वीपीय प्रदेश
- इस प्रकार की जलवायु गंगा के ऊपरी मैदान में मिलती है।
- यहाँ जनवरी तथा जुलाई के तापमान क्रमशः 7° से० 23° से० तथा 26° से 33° से० रहते हैं।
- वार्षिक तापमान अधिक होता है।
- औसत वार्षिक वर्षा 75-150 सेमी० होती है।
अर्द्ध-शुष्क उपोष्ण प्रदेश
- यह सतलुज-यमुना विभाजक प्रदेश पर प्फैला हुआ है और इसमें पंजाब, हरियाणा, चण्डीगढ़, दिल्ली तथा पूर्वी राजस्थान सम्मिलित है।
- यहाँ जनवरी का तापमान 15° से 18° से० तथा जुलाई का तापमान 30° से० से 35° से० तक होता है।
- वार्षिक वर्षा 25 से 75 सेमी० होती है। कुछ वर्षा शीतकालीन चक्रवातों से होती है।
अर्द्ध-शुष्क उष्ण प्रदेश
- इस प्रदेश में गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक तथा आन्ध्र प्रदेश के भाग शामिल हैं।
- यहाँ जनवरी तथा जुलाई के तापमान क्रमशः 13° से 21° से० तथा 26° से 34° से० होते हैं।
- औसत वार्षिक वर्षा 50 से 100 सेमी० होती है।
शुष्क प्रदेश
- यह प्रदेश थार के मरुस्थल पर फैला हुआ है, जिसमें गुजरात का कच्छ प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान तथा दक्षिण-पश्चिम हरियाणा शामिल हैं।
- यहाँ जनवरी का तापमान 6° से 23° से० तथा जून का तापमान 28° से 40° से० होता है।
- दैनिक तथा वार्षिक तापान्तर अधिक होते हैं।
- यह बहुत ही शुष्क प्रदेश है जहाँ औसत वार्षिक वर्षा 25 सेमी० से कम होती है। कहीं-कहीं तो यह 10 सेमी० से भी कम होती है।
पश्चिमी हिमालय प्रदेश
- इस प्रदेश में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड शामिल हैं।
- यहाँ जुलाई का तापमान 13 से 18° से० तथा जनवरी का तापमान 0° से 4° से० होता है।
- वार्षिक वर्षा 50 से 150 सेमी० होती है।
- ग्रीष्मकालीन वर्षा मानसून द्वारा तथा शीतकालीन वर्षा चक्रवातों द्वारा होती है।
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