इस लेख में आप इस्लाम धर्म की उत्पत्ति, इतिहास और वैश्विक वितरण (Origin, History and Global distribution of Islam) के बारे में विस्तार से जानेंगे।
इस्लाम धर्म की उत्पत्ति की उत्पत्ति और इतिहास
इस्लाम धर्म (Islam) विश्व का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है, जिसका प्रभाव उत्तरी अफ्रीका, दक्षिण-पश्चिमी, दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी एशिया में विशेष रूप से देखा जाता है। इस धर्म की स्थापना सातवीं शताब्दी में अरब देश में हुई थी, जिसके संस्थापक हजरत मोहम्मद साहब माने जाते हैं।
मोहम्मद साहब का जन्म 570 ई. में मक्का नगर (अरब) में हुआ था। इस्लाम धर्म के प्रादुर्भाव से पूर्व अरब में प्राचीन अरबी धर्म प्रचलित था, जिसमें सामाजिक कुरीतियाँ, अत्याचार और बर्बरता व्याप्त थीं। ऐसा माना जाता है कि मोहम्मद साहब ने 15 वर्षों तक एक गुफा में तपस्या व गहन विचार किया, जहाँ अल्लाह का संदेश उन्हें प्राप्त हुआ। इसके बाद उन्होंने स्वयं को अल्लाह का दूत (पैगम्बर) घोषित कर, समाज को सही मार्ग दिखाने हेतु उपदेश दिए।
इस्लाम धर्म एकेश्वरवाद का समर्थन करता है, जिसमें यह विश्वास है कि प्रलय (मृत्यु) के बाद सभी को अल्लाह के समक्ष अपने कर्मों का हिसाब देना होगा, जिसके आधार पर स्वर्ग या नरक की प्राप्ति होगी। मोहम्मद साहब द्वारा प्रतिपादित इस्लाम प्राचीन अरबी धर्म के विरोध में था, जिसके चलते उन्हें कड़ा विरोध झेलना पड़ा।
24 सितंबर 622 ई. को मक्का से मदीना प्रस्थान (हिजरत) किया, जिसे हिजरी संवत् की शुरुआत माना जाता है। मदीना में इस्लाम को सुव्यवस्थित रूप मिला। इस्लाम के दो प्रमुख ग्रंथ हैं– कुरान (अल्लाह द्वारा मोहम्मद को प्रदत्त ज्ञान) और हदीस (मोहम्मद साहब के उपदेशों का संग्रह)।
मुसलमानों का सबसे पवित्र ग्रंथ कुरान है, जिसे आदरपूर्वक पढ़ा जाता है। इस्लाम में आस्था के पाँच मूल स्तंभ माने जाते हैं–
1. अल्लाह में विश्वास,
2. पैगम्बर में विश्वास,
3. कुरान में आस्था,
4. देवदूतों पर विश्वास,
5. कयामत के दिन पर विश्वास।
मुसलमानों के पाँच कर्तव्य निर्धारित हैं–
1. कुरान का पाठ,
2. नियमित नमाज,
3. गरीबों की सहायता हेतु जकात,
4. रमजान में रोजा,
5. हज (साधनों के अनुसार)।
इस्लाम धर्म के दो प्रमुख सम्प्रदाय हैं– सुन्नी (90%) और शिया (10%)। ईरान शिया बहुल देश है, जबकि ईराक, सीरिया और लेबनान में शिया अल्पसंख्यक हैं। मक्का और मदीना इस्लाम के सबसे पवित्र नगर हैं, जहाँ प्रतिवर्ष लाखों मुस्लिम हज यात्रा करते हैं। मक्का को पैगम्बर मोहम्मद की जन्मभूमि और मदीना को उनकी कर्मभूमि माना जाता है।
मक्का स्थित काबा (अलहरम शरीफ) और जमजम कुआं इस्लाम के विशेष धार्मिक स्थल हैं। मदीना, मक्का से 350 किमी उत्तर में है, जहाँ इस्लाम की पहली मस्जिद बनी और मोहम्मद साहब की समाधि है।
इस्लाम धर्म की मुख्य विशेषताएं
1. एकेश्वरवाद (सिर्फ अल्लाह में विश्वास)।
2. समानता का सिद्धांत– जाति, लिंग, व्यवसाय में भेदभाव नहीं।
3. कुरान और अल्लाह के प्रति पूर्ण समर्पण।
4. मूर्तिपूजा का विरोध और निराकार ईश्वर की मान्यता।
5. पुनर्जन्म की अवधारणा का खंडन।
6. कुरान का नियमित अध्ययन आवश्यक।
7. मक्का-मदीना के प्रति गहन श्रद्धा।
8. सामूहिक नमाज के लिए मस्जिद की परंपरा।
9. शवों को कब्रिस्तान में दफनाने की परंपरा।
इस्लाम धर्म का प्रचार और वैश्विक प्रसार
इस्लाम धर्म का जन्म सातवीं शताब्दी में मोहम्मद साहब के उपदेशों से हुआ। प्राचीन अरबी कुरीतियों का विरोध करते हुए इस्लाम की नींव रखी गई। अरब साम्राज्य के विस्तार के साथ इस्लाम पश्चिम में मिस्र होते हुए उत्तरी अफ्रीका के अटलांटिक तट, उत्तर में टर्की और काकेशस पर्वत, और पूर्व में मेसोपोटामिया से होते हुए ईरान, अफगानिस्तान, सिन्धु मैदान और भारत तक पहुंचा। मोहम्मद साहब की मृत्यु के सौ वर्षों के भीतर इस्लाम का विस्तार अटलांटिक से भारत तक हो चुका था। इस विस्तार में सैन्य शक्ति और बलात् धर्मांतरण का भी योगदान रहा।
भारत में इस्लाम का आगमन 12वीं से 18वीं शताब्दी के मध्य मुस्लिम शासनकाल में हुआ। धर्मांतरण हेतु प्रताड़ना, लाभ, और सैन्य दबाव के कारण लाखों हिन्दू व बौद्ध लोगों ने इस्लाम स्वीकार किया। मुस्लिम शासकों ने बस्तियां बसाईं, मस्जिदें बनाईं, और कई मंदिरों को मस्जिदों में परिवर्तित किया। इसी कारण भारत में इस्लाम का व्यापक प्रचार हुआ। इसी समय दक्षिण-पूर्वी एशिया (मलाया, इंडोनेशिया) में भी मुस्लिम शासन के चलते इस्लाम धर्म का प्रसार हुआ।
इतिहास में धर्मांतरण के माध्यम से सबसे अधिक विस्तार पाने वाला धर्म इस्लाम है, जिसने कम समय में अफ्रीका और एशिया के बड़े हिस्से को प्रभावित किया।
इस्लाम और मुस्लिम जनसंख्या का वैश्विक वितरण
दुनियाभर में मुस्लिमों की संख्या दो अरब से अधिक है, जिससे इस्लाम, ईसाई धर्म के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा धर्म बन गया है। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि वर्ष 2050 तक मुस्लिम जनसंख्या ईसाइयों से अधिक हो सकती है।
हालाँकि, मुस्लिम जनसंख्या पूरे विश्व में फैली हुई है, लेकिन अधिकांश मुस्लिम उत्तरी और मध्य अफ्रीका, मध्य पूर्व और दक्षिण-पूर्व एशिया में निवास करते हैं। इन क्षेत्रों के कई देशों में मुस्लिम आबादी 90% से अधिक है, जिनमें मिस्र, अफगानिस्तान, सीरिया, पाकिस्तान, तुर्की और ईरान शामिल हैं। किसी भी देश में यदि मुस्लिम जनसंख्या 50% या उससे अधिक हो, तो उसे मुस्लिम-बहुल देश माना जाता है।
दुनिया में सबसे अधिक मुस्लिम जनसंख्या वाले देश
इंडोनेशिया विश्व में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला देश है, जहाँ 24.27 करोड़ से अधिक मुस्लिम रहते हैं। यह इंडोनेशिया की कुल जनसंख्या का लगभग 87% और वैश्विक मुस्लिम जनसंख्या का 11.7% है। यहाँ इस्लाम को दो प्रमुख श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है—”आधुनिकतावादी,” जो पारंपरिक इस्लामी सिद्धांतों के साथ आधुनिक शिक्षा को स्वीकार करता है, और “परंपरावादी,” जो स्थानीय धार्मिक नेताओं की व्याख्याओं का अनुसरण करता है।
मुस्लिम जनसंख्या वाले शीर्ष 10 देश (2021)
- इंडोनेशिया – 24.27 करोड़
- पाकिस्तान – 24.07 करोड़
- भारत – 20 करोड़
- बांग्लादेश – 15.08 करोड़
- नाइजीरिया – 9.7 करोड़
- मिस्र – 9 करोड़
- तुर्की – 8.44 करोड़
- ईरान – 8.25 करोड़
- चीन – 5 करोड़
- अल्जीरिया – 4.37 करोड़
हालाँकि, कुछ छोटे देशों में मुस्लिम आबादी का प्रतिशत बहुत अधिक है।
मुस्लिम प्रतिशतता के आधार पर शीर्ष 10 देश (2021)
- मालदीव – 100%
- मॉरिटानिया – 99.89%
- सोमालिया – 99.8%
- अफगानिस्तान – 99.7%
- ईरान – 99.4%
- पश्चिमी सहारा – 99.4%
- यमन – 99.07%
- अल्जीरिया – 99%
- मोरक्को – 99%
- मायोटे – 98.8%
(नोट: पश्चिमी सहारा 99.4% मुस्लिम जनसंख्या वाला क्षेत्र है, लेकिन इसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा एक आधिकारिक देश के रूप में मान्यता नहीं दी गई है।)