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सांस्कृतिक उद्गम स्थल (Cultural Hearth)

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Cultural-Hearth

सांस्कृतिक उद्गम स्थल (Cultural Hearth) का अर्थ

किसी विशेष संस्कृति, सांस्कृतिक समूह या सांस्कृतिक तत्व के उद्भव स्थान को सांस्कृतिक उद्गम स्थल (Cultural Hearth) कहा जाता है। इस अवधारणा का सबसे पहले अमेरिकी भूगोलवेत्ता कार्ल ओ. सावर (Carl O. Sauer) ने 1920 के दशक में उपयोग किया था। उन्होंने और उनके नेतृत्व में बर्कले स्कूल के भूगोलवेत्ताओं ने इस शब्दावली का उपयोग मुख्यतः कृषि पद्धतियों के उद्भव स्थलों के संदर्भ में किया।

प्राचीन काल में, विशिष्ट मानव संस्कृतियों का विकास और उद्भव जिन क्षेत्रों में हुआ उन्हें हम सांस्कृतिक उद्गम स्थल कहते हैं। जलवायु की कठोरता, भौगोलिक विषमता, यातायात के साधनों की कमी, जल और वन्य अवरोधों जैसे कारणों से ये स्थल लंबे समय तक एक-दूसरे से अलग रहे और एक-दूसरे की सांस्कृतिक उपलब्धियों से अनजान रहे। 

इस प्रकार, प्राचीन काल में विभिन्न सांस्कृतिक उद्गम स्थलों पर विभिन्न विशिष्ट संस्कृतियों का विकास हुआ। प्राकृतिक अवरोधों के कारण उनका प्रसार सामान्यतः निकटवर्ती क्षेत्रों तक ही सीमित रहा। एक सांस्कृतिक उद्गम स्थल पर विकसित संस्कृति का प्रसार उसके चारों ओर जितने क्षेत्र पर होता है, उसे सांस्कृतिक परिमण्डल (Cultural Realm) कहा जाता है।

कार्ल सावर ने अपनी पुस्तक में विश्व के प्रमुख सांस्कृतिक उद्गम स्थलों का विस्तार से वर्णन किया है। ये स्थल वे क्षेत्र हैं जहां प्राचीन काल में मानव सभ्यता का विकास हुआ था। प्राचीन विश्व के प्रमुख सांस्कृतिक उद्गम स्थल निम्नलिखित हैं:

1. मेसोपोटामिया

2. सिंधु घाटी

3. हांग हो घाटी

4. नील घाटी

5. एजियन यूनानी

6. अफ्रीकी सूडान

7. मध्य अमेरिकी

8. पेरू एण्डीज

FAQs

सांस्कृतिक उद्गम स्थल क्या है?

सांस्कृतिक उद्गम स्थल किसी विशिष्ट संस्कृति, सांस्कृतिक समूह या सांस्कृतिक तत्व के उद्भव स्थान को कहते हैं। यह वह स्थान होता है जहां से कोई संस्कृति प्रारंभ होकर फैलती है।

सांस्कृतिक उद्गम स्थल की अवधारणा किसने प्रस्तुत की?

सांस्कृतिक उद्गम स्थल की अवधारणा सबसे पहले अमेरिकी भूगोलवेत्ता कार्ल ओ. सावर (Carl O. Sauer) ने 1920 के दशक में प्रस्तुत की थी।

सांस्कृतिक परिमण्डल क्या है?

सांस्कृतिक परिमण्डल वह क्षेत्र है, जहां तक एक सांस्कृतिक उद्गम स्थल पर विकसित संस्कृति का प्रभाव होता है।

सांस्कृतिक उद्गम स्थलों के अध्ययन का भूगोल में क्या महत्व है?

सांस्कृतिक उद्गम स्थलों के अध्ययन से हम यह समझ सकते हैं कि प्राचीन संस्कृतियों का विकास और प्रसार कैसे हुआ। यह अध्ययन भूगोल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें मानव इतिहास और सांस्कृतिक विकास के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है।

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