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क्या होता है सुपर मून, ब्लू मून और ब्लड मून (What is Super Moon, Blue Moon and Blood Moon)
क्या आपने कभी रात के आसमान में एक विशेष चांद को चमकते हुए देखा है और सोचा है कि यह सामान्य से अधिक चमकीला या बड़ा क्यों है? यह सुपर मून हो सकता है। और क्या आपने किसी महीने में दो बार पूर्णिमा देखी है? इसे ब्लू मून कहा जाता है। और कभी-कभी, जब चांद लाल रंग का दिखाई देता है, तो यह ब्लड मून होता है। इन अद्भुत खगोलीय घटनाओं के बारे में जानना न केवल दिलचस्प है, बल्कि यह भी समझने में मदद करता है कि हमारे ब्रह्मांड में कितने अद्वितीय और रोचक घटनाएँ घटित होती हैं। आइए, सुपर मून, ब्लू मून और ब्लड मून के बारे में विस्तार से जानें।
सुपर मून (Super Moon)
चन्द्रमा एवं पृथ्वी के बीच की दूरी औसतन 3,84,000 किमी. है, चूँकि चन्द्रमा परवलयाकार कक्ष में पृथ्वी की परिक्रमा करता है, इसी कारण पृथ्वी एवं चन्द्रमा के बीच की दूरी बदलती रहती है। सुपर मून वह स्थिति है जब चन्द्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता है। इसे पेरिजी फुल मून (Perigee Full Moon) भी कहा जाता है इसमें चन्द्रमा 14% ज्यादा बड़ा एवं 30% अधिक चमकीला दिखाई पड़ता है। 27 सितम्बर, 2015 को विश्व के अनेक भागों में सुपर मून चन्द्रग्रहण की परिघटना देखी गई, जिसमें सुपर मून व चन्द्रग्रहण दोनों घटनाएँ एक साथ घटित हुईं। ऐसा सन् 1982 के बाद पहली बार हुआ। अब ऐसा संयोग पुनः 25 नवम्बर, 2034 को बनेगा।
ब्लू मून (Blue Moon)
चूँकि चंद्रमा की कलाओं का चक्र लगभग एक महीने तक चलता है, इसलिए आम तौर पर हर साल 12 पूर्णिमा होती हैं। कई संस्कृतियों ने प्रत्येक महीने की पूर्णिमा को अलग-अलग नाम दिए हैं। लेकिन इनके अलावा भी एक और नाम होता है, जिसे ब्लू मून के नाम से जाना जाता है।
चंद्रमा की कलाओं के चक्र को पूरा होने में वास्तव में 29.5 दिन लगते हैं, जिसका अर्थ है कि 12 चंद्र चक्रों को पूरा करने में केवल 354 दिन लगते हैं। इसलिए हर 2.5 साल या उसके आसपास एक कैलेंडर वर्ष के भीतर 13वीं पूर्णिमा मनाई जाती है। इसी 13वीं पूर्णिमा के चाँद को ब्लू मून कहा जाता है।
नासा के अनुसार, ब्लू मून हर दो से तीन साल में एक बार होता है। चूंकि पूर्णिमा के बीच लगभग 29.5 दिन होते हैं, इसलिए फरवरी में कभी भी मासिक ब्लू मून नहीं होगा क्योंकि इसमें आम वर्ष में केवल 28 दिन और लीप वर्ष में 29 दिन होते हैं। जब किसी वर्ष विशेष में दो या अधिक माह ब्लू मून के होते हैं, तो उसे ब्लू मून ईयर कहा जाता है।
अगला मौसमी ब्लू मून 19/20 अगस्त, 2024 को होगा तथा समय और तिथि के अनुसार, अगला मासिक ब्लू मून 31 मई, 2026 को होगा। जबकि अंतिम ब्लू मून 30 अगस्त 2023 के दिन था।
ब्लड मून (Blood Moon)
लगातार चार पूर्ण चन्द्रग्रहणों (Lunar Tetrad) को ब्लड मून (Blood Moon) की संज्ञा दी गई है। चार पूर्ण चन्द्रग्रहण को टेट्राड भी कहा जाता है। जब पृथ्वी, चन्द्रमा पर पूर्ण छाया डालती है तब सूर्य का प्रकाश चन्द्रमा तक न पहुँच पाने के कारण पूर्ण चन्द्रग्रहण की स्थिति उत्पन्न होती है। इसमें चन्द्रमा का रंग लाल हो जाता है। इसे ही ब्लड मून (Blood Moon) कहा जाता है।
पूर्ण चन्द्रग्रहण दुर्लभ परिघटना है। सामान्यतया तीन चन्द्रग्रहणों में से एक पूर्ण चन्द्रग्रहण की घटना होती है। किसी स्थान पर एक दशक में चार से पाँच ग्रहण की खगोलीय परिघटना घटित होती है। पूर्ण चन्द्रग्रहण श्रृंखला का पहला चन्द्रग्रहण 14-15 अप्रैल, 2014 को, दूसरा 7-8 अक्टूबर, 2014 एवं तीसरा 4 अप्रैल, 2015 को हुआ 4 अप्रैल, 2015 को सदी का सबसे छोटा पूर्ण चन्द्रग्रहण लगा था।
सुपर ब्लू ब्लड मून
31 जनवरी, 2018 को एशिया में सुपरमून, ब्लू मून और ब्लड मून की खगोलीय घटना एक साथ देखी गयी। इसलिए इसे सुपर ब्लू ब्लड मून भी कहा जा रहा है।