Search
Close this search box.

Share

कोयले के प्रकार तथा उनकी विशेषताएं (Types of Coal and their Characteristics)

Estimated reading time: 3 minutes

कोयले के प्रकार (Types of Coal)

पीट कोयला (Peat Coal)

  • पीट कोयले में नमी की मात्रा अधिक होती है तथा जलाने पर इससे ज्यादा धुआँ निकलता है। 
  • इसमें कार्बन की मात्रा 40 प्रतिशत से कम होती है। 
  • यह सबसे निचले एवं निम्न कोटि का कोयला माना जाता है। 
  • यह कोयले के निर्माण के पहले चरण को निरूपित करता है।
इनको भी पढ़ें
1. भारत में कोयले का उत्पादन एवं वितरण
2. भारत में पेट्रोलियम का उत्पादन एवं वितरण
संबंधित लेख

लिग्नाइट (भूरा कोयला ) Lignite Coal

  • लिग्नाइट कोयला , पीट कोयले से उत्तम किस्म का कोयला है। 
  • बढ़ते दाब तथा गर्मी के कारण समय के साथ-साथ पीट कोयला, लिग्नाइट कोयले में बदल होता है। 
  • लिग्नाइट कोयले में 40 से 60 प्रतिशत कार्बन की मात्रा होती है। 
  • भारत में यह मुख्यतः नेवेली (तमिलनाडु), पालन (राजस्थान), लखीमपुर (असम), जयन्तिया पहाड़ी (मेघालय), नागालैंड, केरल, जम्मू एवं कश्मीर, उत्तर प्रदेश तथा केन्द्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में पाया जाता है। 
  • इसके अन्य भंडार असम, मेघालय, राजस्थान, गुजरात, केरल तथा जम्मू एवं कश्मीर में है।
Types of coal
कोयले के प्रकार

बिटुमिनस (काला कोयला ) Bituminous Coal

  • यह सघन, ठोस तथा काले रंग का होता है। 
  • मूल वनस्पति जिससे बिटुमिनस कोयला बनता है, के अंश इसमें देखे जा सकते हैं। 
  • इस कोयले में कार्बन की मात्रा 60 से 80 प्रतिशत के बीच होती है।
  • यह वाणिज्यिक इस्तेमाल के लिए सबसे प्रसिद्ध कोयला है।
  • इस कोयले का नाम बिटुमिन तरल के नाम पर रखा गया है, जिसे इस कोयले को गर्म करने पर प्राप्त किया जाता है।
  • बिटुमिनस कोयले का उपयोग कोक (कोकिंग कोल), गैस कोयला (gas coal) तथा वाष्प कोयला (steam coal) बनाने के लिए किया जाता है। 
  • कोकिंग कोल, कोयले को बगैर ऑक्सीजन गर्म करके प्राप्त किया जाता है, जिसके कारण वाष्पशील गैसें जल जाती हैं तथा इसका उपयोग मुख्यतः लौह एवं इस्पात उद्योग में किया जाता है। 
  • ज्यादातर बिटुमिनस कोयला झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल तथा मध्य प्रदेश में पाया जाता है।

एन्थ्रेसाइट (कठोर कोयला) Anthracite Coal

  • एन्थ्रेसाइट कोयला सबसे उच्च कोटि का कोयला है जिसमें 80 से 90 प्रतिशत कार्बन की मात्रा होती है। 
  • इसमें वाष्पशील पदार्थ की मात्रा बहुत कम होती है तथा नमी की मात्रा न के बराबर होती है। 
  • इस कोयले को जलाने पर नीली व लघु लौ होती है। 
  • यह सबसे महंगे कोयले की किस्म है।

FAQs


कोयले के 4 प्रकार कौन कौन से हैं?

कोयले के 4 प्रकार निम्नलिखित हैं:
1. पीट कोयला 2. लिग्नाइट कोयला (भूरा कोयला) 3. बिटुमिनस कोयला (काला कोयला) 4. एन्थ्रेसाइट कोयला (कठोर कोयला)

सबसे अच्छी क्वालिटी का कोयला कौन सा होता है?

सबसे अच्छी क्वालिटी का कोयला एन्थ्रेसाइट कोयला है, जिसमें 80 से 90 प्रतिशत कार्बन की मात्रा पाई जाती है। इसमें नमी की मात्रा न के बराबर होती है। 

कोकिंग कोयला कैसे बनाया जाता है?

कोकिंग कोल, कोयले को बगैर ऑक्सीजन गर्म करके प्राप्त किया जाता है, जिसके कारण वाष्पशील गैसें जल जाती हैं तथा इसका उपयोग मुख्य रूप से लौह एवं इस्पात उद्योग में किया जाता है। 

सबसे शुद्ध कोयले का प्रकार कौन सा है?

सबसे शुद्ध कोयले का प्रकार एन्थ्रेसाइट है, जिसको जलाने पर नीली व लघु लौ निकलती है। 
यह सबसे महंगे कोयले की किस्म है।

You May Also Like

One Response

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Category

Realated Articles