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भारत : स्थिति एवं विस्तार (India: Location and Extent)

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इस लेख के माध्यम से आप भारत की स्थिति एवं विस्तार (India: Location and Extent) के बारे में विस्तार से जानेंगे।

भारत : स्थिति एवं विस्तार (India: Location and Extent)

Location of India on World Map
Location of India on World Map
  • भारत पृथ्वी के उत्तरी-पूर्वी गोलार्द्ध स्थित है। 
  • यह 8°4 से 37°6′ उत्तरी अक्षांश तथा 68°7′ से 97°25′ पूर्वी देशान्तर के मध्य स्थित है। 
  • भारत का भौगोलिक क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग किमी. है, जो विश्व के कुल क्षेत्रफल का 2.43% है। 
  • क्षेत्रफल के दृष्टिकोण से भारत का रूस, कनाडा, चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील ऑस्ट्रेलिया के बाद सातवाँ स्थान है। जबकि जनसंख्या के दृष्टिकोण से चीन के बाद भारत का दूसरा स्थान है जहाँ विश्व की कुल जनसंख्या का 17.5% भाग निवास करता है। 
  • 82°30′ पूर्वी देशान्तर इसके लगभग मध्य से होकर गुजरती है इसी देशांतर के समय को देश का मानक समय (Standard Time) माना गया है, यह इलाहाबाद के निकट नैनी से होकर गुजरती है जो कि भारत के पाँच राज्यों (उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा तथा आन्ध्र प्रदेश) से जाती है। यहाँ का समय ग्रीनविच समय से 5 घंटा 30 मिनट आगे है। 
Indian Standard Meridian on Map
Indian Standard Meridian on Map
  • कर्क रेखा भारत के लगभग मध्य भाग एवं आठ राज्यों (गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा तथा मिजोरम) से एवं पड़ोसी देश बांग्लादेश से होकर गुजरती है। 
  • भारत का लगभग अधिकांश क्षेत्र मानसूनी जलवायु वाले क्षेत्र के अंतर्गत आता है लेकिन कर्क रेखा इसे लगभग दो बराबर भागों उत्तरी भारत (उपोष्ण या कोष्ण शीतोष्ण कटिबंध) एवं दक्षिणी भारत (उष्ण कटिबंध) में बाँटती है।
  • भारतीय भू-भाग की लंबाई (पूर्व से पश्चिम) 2,933 किमी. तथा चौड़ाई (उत्तर से दक्षिण) 3,214 किमी. है। इस प्रकार, भारत लगभग एक चतुष्कोणीय देश है। 
  • भारत का  प्रायद्वीपीय भाग त्रिभुजाकार आकृति में हिन्द महासागर की ओर फैला हुआ है, जो इस महासागर को 2 शाखाओं (अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी) में विभाजित करता है। हिन्द महासागर और उसकी शाखाएँ अरब सागर व बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में भारत की तटीय सीमा बनाती हैं। 
  • इसकी स्थलीय सीमा की लम्बाई 15,200 किमी. तथा मुख्य भूमि की तटीय सीमा की लम्बाई 6,100 किमी. है। द्वीपों सहित देश की कुल तटीय सीमा 7516.6 किमी. है। इस प्रकार, भारत की कुल सीमा 22716.6 (15200+7516.6 ) किमी. है। 
  • गुजरात की तटीय सीमा सबसे लम्बी है, क्योंकि इसमें सर्वाधिक क्रीक हैं।
  • भारत का दक्षिणतम बिंदु इंदिरा प्वाइंट है, जो ग्रेट निकोबार द्वीप में 6°45′ उत्तरी अक्षांश पर स्थित है। पहले इसका नाम पिग्मेनियन प्वांइट था। यह भूमध्य रेखा से 876 किमी. दूर है। 
  • 2004 में हिन्द महासागर क्षेत्र में भूकंप से उत्पन्न हुई सुनामी के कारण इंदिरा प्वाइंट का बड़ा भाग समुद्र में डूब गया था। इंदिरा प्वाइंट और इंडोनेशिया के बीच ग्रेट चैनल है। 
  • भारत की मुख्य भूमि का दक्षिणतम बिन्दु कन्याकुमारी (8°4′ उत्तरी अक्षांश, तमिलनाडु) तथा उत्तरतम बिन्दु इंदिरा कॉल (जम्मू-कश्मीर), पश्चिमोत्तम् बिन्दु गौरमोता या गुहार मोती (गुजरात) तथा पूर्वत्तम बिन्दु किबिथु (अरुणाचल प्रदेश) है। 
  • मिनिकॉय व लक्षद्वीप के मध्य 9° चैनल, मालदीव व मिनिकॉय के मध्य 8° चैनल तथा लिटिल अण्डमान और कार निकोबार के मध्य 10° चैनल स्थित है।
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Four extreme points of India on map
Extreme Points of India

भारत के अक्षांशीय विस्तार के परिणाम

भारत का आधा भाग (कर्क रेखा के दक्षिण में ) उष्ण कटिबंध में है जबकि आधा (कर्क रेखा के उत्तर में), उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र में स्थित है। जो देश की भू-आकृति, जलवायु, मिट्टी के प्रकार और प्राकृतिक वनस्पति में पाई जाने वाली भिन्नता के लिए जिम्मेदार है।

सूर्य की किरणें पूरे वर्ष भूमध्य रेखा पर सीधी पड़ती हैं, जिससे भूमध्य रेखा के पास दिन और रात समान रहते हैं। इसीलिए दक्षिण भारत में, जो भूमध्य रेखा के पास है, दिन और रात में 45 मिनट का नगण्य अंतर होता है, जबकि भारत के उत्तरी भाग में, जो भूमध्य रेखा से दूर है, दिन और रात में लगभग 5 घंटे का अंतर होता है। इस प्रकार सूर्यातप की अवधि में अंतर के कारण, भारत के दक्षिणी भागों में तापमान का वार्षिक परिसर कम रहता है, जो उत्तर की ओर लगातार बढ़ता है।

क्या आप जानते हैं

भारत का अक्षांशीय विस्तार (30 डिग्री) भूमध्य रेखा और उत्तरी ध्रुव (90/30=3) के बीच की कोणीय दूरी का लगभग एक-तिहाई है। भारत का देशांतरीय विस्तार (30 डिग्री) पृथ्वी की परिधि (360/30=12) का लगभग एक-बारहवां हिस्सा है। यह स्पेन, फ्रांस, बेल्जियम, नीदरलैंड, जर्मनी और पोलैंड की संयुक्त देशांतरीय सीमा के लगभग बराबर है।

भारत के देशांतरीय विस्तार का परिणाम

पृथ्वी पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती है, इसलिए पृथ्वी का पूर्वी भाग पश्चिमी भागों की तुलना में सूर्य के सामने जल्दी आ जाता है। अरुणाचल प्रदेश गुजरात के पूर्व में स्थित है, इसलिए वहां सूर्योदय जल्दी होता है। गुजरात और अरुणाचल प्रदेश में 30 देशांतरों के अंतर के कारण उनके स्थानीय समय में दो घंटे का अंतर है।

पृथ्वी सूर्य के सामने एक देशांतर को एक मिनट (30 देशांतर x 4 = 120 मिनट या 2 घंटे) में पार करती है। इसलिए, जब अरुणाचल प्रदेश में सूर्योदय हो चुका होता है, तो गुजरात में रात होती है, या द्वारका की तुलना में उत्तर-पूर्वी राज्यों में सूर्य दो घंटे पहले उगता है। 82° 30′ पूर्व देशांतर के स्थानीय समय को मानक समय घोषित कर इस भ्रम को दूर किया गया। इसलिए, घड़ियां डिब्रूगढ़, इंफाल, पूर्व में लोहित, पश्चिम में कच्छ, मध्य भारत में भोपाल और दक्षिण में चेन्नई में एक ही समय दिखाती हैं।

FAQs

भारत का अक्षांशीय विस्तार क्या है और यह देश की जलवायु और प्राकृतिक संसाधनों को कैसे प्रभावित करता है?

भारत का अक्षांशीय विस्तार लगभग 30 डिग्री है, और यह 8°4′ उत्तर से 37°6′ उत्तर अक्षांशों के बीच स्थित है। इसके परिणामस्वरूप भारत का आधा भाग उष्ण कटिबंध में है, जबकि दूसरा आधा भाग उपोष्णकटिबंध में है। इस भिन्नता का भारत की भू-आकृति, जलवायु, मिट्टी के प्रकार और प्राकृतिक वनस्पति पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। इसके अतिरिक्त सूर्यातप की अवधि में अंतर के कारण दक्षिण भारत में तापमान का वार्षिक परिसर कम रहता है और उत्तर की ओर लगातार बढ़ता जाता है।

कर्क रेखा भारत के किन राज्यों से होकर गुजरती है?

कर्क रेखा भारत को लगभग दो बराबर भागों में विभाजित करती है और पश्चिम से पूर्व की ओर गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मिजोरम आदि आठ राज्यों से गुजरती है।

भारत का देशान्तरीय विस्तार कितना है और यह देश के स्थानीय समय को किस प्रकार प्रभावित करता है?

भारत लगभग 30 डिग्री के देशान्तरीय विस्तार के साथ 68°7′ E से 97°25′ E देशांतर के बीच स्थित है। भारतीय मानक समय 82°30′ E देशांतर से निर्धारित किया जाता है, क्योंकि यह भारत के मध्य से होकर गुजरता है और उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश आदि पांच राज्यों को पार करता है। गुजरात और अरुणाचल प्रदेश के बीच सूर्योदय के समय में दो घंटे के अंतर के साथ इसका भारत के स्थानीय समय पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।

 “भारत एक वृहद भौगोलिक विस्तार का देश है।” इस कथन की व्याख्या कीजिए।

भारत का कुल क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग किमी० है जो विश्व के कुल क्षेत्रफल का 2.42 प्रतिशत है। क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत विश्व का सातवाँ बड़ा देश है। इसका अक्षांशीय तथा देशान्तरीय विस्तार लगभग 30° है। इसकी उत्तर-दक्षिण दिशा में लम्बाई 3,214 किमी० तथा पूर्व-पश्चिम दिशा में चौड़ाई 2,933 किमी० है। अतः हम कह सकते हैं कि भारत एक वृहद भौगोलिक विस्तार का देश है। 

महाद्वीप का क्या अर्थ है? भारत को उप-महाद्वीप क्यों कहा जाता है?

किसी बड़े महाद्वीप के विशाल क्षेत्र को उपमहाद्वीप कहते हैं। एशिया महाद्वीप में हिमालय के दक्षिण में भारत पाकिस्तान तथा बंगलादेश मिलकर बहुत बड़े भू-भाग का निर्माण करते हैं जिसे भारतीय उप महाद्वीप के नाम से पुकारा जाता है। इनमें से भारत सबसे बड़ा देश है जिस कारण से प्रायः भारत को भी उप-महाद्वीप की संज्ञा दी जाती है। 

क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का विश्व में कौन सा स्थान है? भारत से बड़े देशों के नाम बताइए?

त्रफल की दृष्टि से भारत विश्व का सातवां बड़ा देश है। इससे बड़े छः देशों के नाम रूस, कनाड़ा, चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील तथा आस्ट्रेलिया हैं। बाकी सभी देश इससे आकार में छोटे हैं। भारत का क्षेत्रफल पाकिस्तान से दुगुना, फ्रांस से 6 गुना तथा बंगलादेश से 23 गुना अधिक है। अतः यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि भारत न तो भीमकाय है और न बौना। 

भारत का देशान्तरीय विस्तार हमारे जीवन को किस प्रकार प्रभावित करता है? उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए। 

भारत का देशान्तरीय विस्तार 68°7′ पूर्व से 97° 25° पूर्व तक है। इस प्रकार भारत का देशान्तरीय विस्तार लगभग 30° है जिससे स्थानीय समय में लगभग दो घंटे का अंतर आ जाता है। जब अरुणाचल प्रदेश में सूर्य आकाश में काफी ऊँचा हो जाता है तब सौराष्ट्र सूर्य की पहली किरण की प्रतीक्षा करता है। 

भारत का सबसे दक्षिणी बिंदु कौन सा है? (Bharat ka sabse dakshini bindu kaun sa hai?

भारत का दक्षिणतम बिन्दु अंडमान निकोबार द्वीप समूह के दक्षिणतम द्वीप, ग्रेट निकोबार द्वीप के दक्षिणतम छोर पर है जिसे ‘इंदिरा प्वांइट’ के नाम से जाना जाता है। यह 6°45′ उत्तरी अक्षांश पर स्थित है।

प्रायद्वीप का सरल शब्दों में क्या अर्थ है? भारत एक प्रायद्वीप क्यों है? 

प्रायद्वीप वह भू-भाग है जिसके तीन ओर समुद्र तथा एक ओर स्थल होता है। भारत का दक्षिणी पठार एक प्रायद्वीप है क्योंकि इसके पूर्व में बंगाल की खाड़ी, पश्चिम में अरब सागर तथा दक्षिण में हिन्द महासागर हैं। इसके उत्तर में भारत का उत्तरी विशाल मैदान तथा हिमालय का पर्वतीय भाग है। 

“हिन्द महासागर वास्तव में हिन्द का महासागर है।” इस कथन की तर्क सहित पुष्टि कीजिए। अथवा हिन्द महासागर ने भारतीय संस्कृति को समृद्ध बनाने में किस प्रकार सहायता की है? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।

भारत हिन्द महासागर के उत्तरी छोर पर स्थित इस क्षेत्र का सबसे बड़ा देश है। हिन्द महासागर विश्व का एक मात्र महासागर है जिसका नाम किसी देश अर्थात हिन्द (भारत) के नाम पर रखा गया है। इस प्रकार हम यह कह सकते हैं कि हिन्द महासागर वास्तव में ‘हिन्द’ का महासागर है। इस महासागर द्वारा हमारा पूर्वी एवं पश्चिमी देशों से संपर्क होता है जिससे भारतीय संस्कृति को समृद्ध करने में सहायता मिलती है।

 ‘विश्व की छत किसे कहा जाता है?  इसका क्या महत्व है?

भारत के उत्तर में स्थित पामीर’ को संसार की छत कहते हैं। इससे कई पर्वत श्रृंखलाएँ निकलती हैं जो भारत को शेष एशिया से अलग करके इसे विशेष भौगोलिक व्यक्तित्व प्रदान करती है। 

हमारे देश भारत का प्रायद्वीपीय आकार हमारे लिए किस प्रकार से लाभप्रद है? इसके कारणों का उल्लेख कीजिए।

भारत के प्रायद्वीपीय आकार से लम्बी तट रेखा प्राप्त हुई है जिस पर कई महत्वपूर्ण बन्दरगाहों का विकास किया गया है। ये बन्दरगाहें हमारे विदेशी व्यापार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

भारत की स्थिति के सामरिक महत्त्व पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। 

हिन्द महासागर के उत्तरी छोर पर पूर्वी गोलार्थ के केन्द्र में भारत की स्थिति सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। भारत की केन्द्रीयता तथा हिन्द महासागर के सन्दर्भ में इसके भू-राजनीतिक (Geopolitical) महत्व को सारा संसार मानता है। 

दक्षिणी एशिया के सन्दर्भ में भारत की स्थिति की व्याख्या कीजिए।

दक्षिणी एशिया के सन्दर्भ में भारत की स्थिति बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह इस क्षेत्र का सबसे बड़ा देश है और यहाँ की भौगोलिक एवं राजनीतिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

भारत में विविधता के सूचक किसी एक भौतिक तत्व की समीक्षा कीजिए। 

धरातल संबंधी विविधता – देश के उत्तर में विश्व का सबसे ऊँचा हिमालय प्रदेश है जिसका अधिकांश भाग बर्फ से ढका रहता है। इसके दक्षिण में गंगा-ब्रह्मपुत्र का विशाल सपाट मैदान है। इस मैदान के दक्षिण में प्रायद्वीपीय पठार है जो ऊबड़-खाबड़ घरातल प्रस्तुत करता है। 

भारतीय जनसमूह को एकता के सूत्र में पिरोने वाले किसी एक तत्व का वर्णन कीजिए।

जलवायु समस्त भारत की जलवायु मानसूनी है और भारत में ऋतु लय एवं मानसूनी पवनों का ऋतु के अनुसार चलना सम्पूर्ण देश की एकता के सूत्र में पिरोने का काम करता है।

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