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आस्कर पेशेल का भूगोल में योगदान (Oscar Peschel’s Contribution to Geography)

Estimated reading time: 3 minutes

इस लेख में आप आस्कर पेशेल (Oscar Peschel) के जीवन परिचय, रचनाओं तथा भूगोल में योगदान के प्रमुख क्षेत्रों के बारे में जानेंगे।

आस्कर पेशेल (Oscar Peschel): जीवन परिचय

  • आस्कर पेशेल (1826-1875) का जन्म जर्मनी में हुआ था। 
  • वे प्रमुख जर्मन भूगोलवेत्ता थे जो 1871 में लीपजिग विश्वविद्यालय (University of Leipzig) में भूगोल के प्रोफेसर नियुक्त हुए थे और वहाँ 4 वर्ष तक (मृत्यु पर्यंत) कार्यरत रहे। 
  • आस्कर पेशेल ‘दास ऑसलैण्ड’ (Das Ausland) पत्रिका के सम्पादक थे जिसमें विदेशी लेखक के लेख प्रकाशित होते थे। 
  • उन्होंने कांट, हम्बोल्ट और रिटर की आदर्शवादी विचारधारा की आलोचना की तथा पदार्थवादी दर्शन (Materialistic Philosophy) को विकसित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। 

भूगोल से सम्बंधित आस्कर पेशेल (Oscar Peschel) की रचनाएं

  • अन्वेषण का युग (Age of Discovery, 1858)
  • भूगोल का इतिहास (History of Geography, 1865).
  • तुलनात्मक भू-विज्ञान की नयी समस्याएँ (New Problems of Comparative Erdkunde, 1869) 
  • मानव जातियां और उनका भौगोलिक वितरण (The Races of Man and their Geographical Distribution Volkerkunde, 1874) और 

आस्कर पेशेल (Oscar Peschel) के योगदान के प्रमुख क्षेत्र 

तुलनात्मक भूगोल (Comparative geography)

आस्कर पेशेल (Oscar Peschel) ने विश्व के विभिन्न भागों की तुलना किया और तुलनात्मक भूगोल को विकसित किया। 

भौतिक भूगोल (Physical geography) 

आस्कर पेशेल (Oscar Peschel) की विशेष रुचि भू-आकृतियों के अध्ययन में थी। उन्होंने अपने ‘भौतिक भू-विज्ञान’ में पृथ्वीतल के भौतिक स्वरूप का वैज्ञानिक अध्ययन प्रस्तुत किया था। आस्कर पेशेल (Oscar Peschel) को आधुनिक भौतिक भूगोल का संस्थापक माना जाता है। उन्होने भौतिक भूगोल को एक विज्ञान के रूप में प्रस्तुत किया। आस्कर पेशेल ने उच्चावच के प्रकारों का जननिक वर्गीकरण (genetic classification) किया था जिससे भू-आकृतिक विचारों का जन्म हुआ। पेशेल के द्वारा किए गए भूआकृतिक अनुसंधानों में भौतिक भूगोल के क्षेत्र में नवीन क्रांति उत्पन्न हो गयी थी। 

क्रमबद्ध अध्ययन (Systematic study)

आस्कर पेशेल (Oscar Peschel) ने हम्बोल्ट का अनुसरण करते हुए भौगौलिक अध्ययनों में क्रमबद्ध विधि को अपनाया था। उनके क्रमबद्ध अध्ययन विशिष्टीकृत प्रकार के होते थे। 

मानव भूगोल (Human geography)

आस्कर पेशेल (Oscar Peschel) मुख्यतः भौतिक भूगोलवेत्ता और भूआकृति विज्ञानी थे और उन्होंने मानवीय पक्ष पर बहुत कम ध्यान दिया था। किन्तु उन्होंने ‘मानव जातियों और उनका भौगोलिक वितरण’ (Volkerkunde) नामक ग्रंथ भी लिखा था। वे मानव प्रजातियों का वर्गीकरण करने वाले प्रथम विद्वान थे। पेशेल ने मानव भूगोल की विषय वस्तु के अंतर्गत अग्रांकित 4 प्रमुख तथ्यों को शामिल किया था 

(i) मानव की भौतिक दशाएं

(ii) भाषायी विशेषताएं

(iii) औद्योगिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास के चरण

(iv) मानव प्रजातियां 

निष्कर्ष

उपर्युक्त विवरण से स्पष्ट है कि पेशेल (Oscar Peschel) का योगदान केवल भौतिक भूगोल में ही नहीं बल्कि मानव भूगोल के क्षेत्र में रहा है। उन्होंने मानव की भौतिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक पक्षों का तार्किक विवेचन किया है। रिचर्ड हार्टशोर्न के शब्दों में, पेशेल ने भूगोलवेत्ताओं का विशेष रूप से स्थलरूपों के अध्ययन में नेतृत्व किया और मानव इतिहास पर स्थलरूपों के प्रभाव को स्पष्ट करने का सफल प्रयास किया। किन्तु 49 वर्ष की अल्पायु में ही देहान्त हो जाने के कारण वह भूगोल को उतना योगदान नहीं कर सका जितना उससे अपेक्षित था।

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