बहु-नाभिक सिद्धान्त (Multiple Nuclei Theory)

गरीय विकस का यह सिद्धान्त सी० डी० हैरिस तथा उलमैन द्वारा 1945 में प्रकाशित किया गया था। इसके अनुसार किसी नगरीय क्षेत्र के विकास प्रतिरूप में केवल एक केन्द्र ही नहीं वरन् कई भिन्न नगरीय केन्द्रों की वृद्धि होती है अर्थात् एक ही प्रकार के भूमि उपयोग के क्षेत्र नगर में कई मिल सकते हैं।
खण्ड सिद्धान्त (Sector Theory)

अमेरीकी विद्वान होमर हायट ने 1939 में 142 अमेरीकी नगरों के आँकड़ों के आधार पर नगर के विकास व भीतरी बनावट पर एक सिद्धान्त खण्ड सिद्धान्त (Sector Theory) के नाम से प्रस्तुत किया । यह सिद्धान्त बर्गेस की कुछ बातों का खण्डन करता है। होमर हायट के अनुसार नगर में पाँच प्रकार के खण्ड देखने को मिलते हैं
संकेन्द्रीय वलय सिद्धान्त (Concentric Zone Theory)

इस सिद्धान्त का प्रतिपादन 1927 में अमरीकी समाजशास्त्री बर्गेस (E. W. Burgess) ने किया था। यह सिद्धान्त उन्होंने अपने लेखों The growth of the City (1925) तथा Urban Areas (1929) में प्रस्तुत किया। उनका सिद्धान्त अमरीका के नगरों, विशेष रूप से शिकागो, के अध्ययन पर निर्भर है।
नगरीय विकास की अवस्थाएं (Stages of Urbanization)

वैसे तो नगर के विकास चक्र का वैज्ञानिक अध्ययन विभिन्न विद्वानों द्वारा किया गया है। लेकिन पैट्रिक गेडिस, ममफोर्ड तथा ग्रिफिथ टेलर के कार्य उन सब में महत्वपूर्ण माने गए हैं। यहां हम ग्रिफिथ टेलर तथा ममफोर्ड के अनुसार बताई गई नगरीय विकास की अवस्थाओं का ही अध्ययन करेंगे।
कच्छ का रण (Rann of Kachchh)

गुजरात राज्य के कच्छ जिले में (कुछ भाग पाकिस्तान में भी है) फैला हुआ यह सफेद रेगिस्तान एक विशाल क्षेत्र है, जो थार रेगिस्तान का ही हिस्सा है। रण हिंदी भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है रेगिस्तान।
परिच्छेदिका (Profile): अर्थ, प्रकार एवं खींचने की विधि

किसी भी समोच्च रेखा मानचित्र पर प्रदर्शित उच्चावच (ऊंचाई में होने वाले बदलाव) तथा ढाल की दशाओं को परिच्छेदिकाओं की सहायता से भली भांति समझा जा सकता है। हम कह सकते हैं कि परिच्छेदिका विभिन्न प्रकार के स्थलरूपों (जैसे पर्वत, पठार आदि) को समझने तथा उनकी व्याख्या करने में हमारी सहायता करती है।
वलय-आरेख (Ring Diagram)

जैसा कि इसके नाम से विदित है, वलय-आरेख (Ring diagram) में दिए हुए पद-मूल्यों को अलग-अलग वृत्तों के द्वारा प्रकट किया जाता है तथा प्रत्येक वृत्त का अर्द्धव्यास सम्बन्धित पद-मूल्य के वर्गमूल के अनुपात में होता है।
माउंट एवरेस्ट (Mount Everest): ऊंचाई, नामकरण, इतिहास एवं रोचक तथ्य

इस लेख में हम जानेंगे दुनिया के सबसे बड़े और विशाल पर्वत माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) के बारे में। माउंट एवरेस्ट तिब्बत की सीमा पर नेपाल में स्थित दुनिया का सबसे बड़ा पर्वत है, जिसकी ऊंचाई 8848 मीटर है। यह ऊंचाई इतनी है कि जहां पर सांस लेने योग्य पर्याप्त ऑक्सीजन भी नहीं है।
रोमन मानचित्रकला (Roman Cartography)

ग्रीस के राजनीतिक पतन होने के साथ-साथ रोम साम्राज्य का उत्थान प्रारंभ हो गया था। जिसका प्रभाव उस समय की ग्रीक मानचित्रकला पर देखने को मिला रोमन लोगों का उद्देश्य अपने राज्य की सीमाओं को बढ़ाना तथा जीते हुए भागों में अपनी शक्ति को संगठित करना था।
आदिमकालीन मानचित्र (Ancient Maps)

प्रस्तुत लेख में हम विश्व के विभिन्न भागों में निवास करने वाली कुछ आदिम जनजातियों जैसे क्षेत्र के एस्किमो, प्रशांत महासागर के मार्शल द्वीपों पर रहने वाली जनजातियों, अरब मरुस्थल के बद्दू तथा दक्षिणी-पूर्वी एशिया, पश्चिम-एशिया व पूर्वी भूमध्य सागर के तटीय क्षेत्र के मूल निवासियों द्वारा बनाए गए रेखाचित्रों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
मानचित्र कला (Cartography) : अर्थ, परिभाषा, प्रकृति एवं विषय क्षेत्र

अंग्रेजी भाषा में मानचित्र कला को कार्टोग्राफी कहा जाता है, जिसका अर्थ होता है: चार्टों या मानचित्रों की रचना करना। इस प्रकार मानचित्र बनाने की कला एवं विज्ञान को ही मानचित्रकला कहा जाता है।
चक्र या वृत्त आरेख (Pie Diagram)

चक्र या वृत्त आरेख एक ऐसा आरेख होता है,जिसमे किसी भौगोलिक तत्व से सम्बंधित विभिन्न घटकों के मूल्यों के योग को दर्शाने वाले किसी वृत्त के क्षेत्रफल को उन घटकों के मूल्यों के अनुपात में बांट दिया जाता है।
वायुमण्डलीय प्रकीर्णन (Atmospheric Scattering): अर्थ एवं प्रकार

विकिरण (जैसे सौर विकिरण) का चारों दिशाओं की ओर विक्षेपण (Deflection) या विसरण (Diffusion) या फैलाव होना विकिरण कहलाता है। प्रकीर्णन (Scattering) के कारण, धरती की सतह या किसी लक्ष्य से परावर्तित होने वाला प्रतिबिम्ब, जो कि संसूचक के द्वारा प्राप्त होता है, का विपर्यास (Contrast) बदल जाता है।
विश्व जल दिवस, 2024 (World Water Day, 2024)

1992 में ब्राजील के रियो डी जेनरियो में आयोजित पर्यावरण और विकास के संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में विश्व जल दिवस मनाने की पहल की गई थी। 1993 में संयुक्त राष्ट्र ने अपने सामान्य सभा के द्वारा इस दिन को वार्षिक कार्यक्रम के रूप में मनाने का निर्णय लिया।
साधारण रैखिक आलेख (Simple linear graph): अर्थ, रचना विधि तथा अन्य महत्वपूर्ण तथ्य

साधारण रैखिक आलेख (Simple linear graph) में केवल एक ही वक्र होता है अर्थात् इस आलेख के द्वारा दिए हुए क्षेत्र या स्थान के किसी एक तथ्य जैसे, तापमान, वर्षा, वायुदाब, जनसंख्या, आय, व्यय, निर्यात, आयात अथवा उत्पादन आदि, के आँकड़ों के कालिक परिवर्तनों या उतार-चढ़ावों को प्रदर्शित किया जाता है।