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सिन्धु नदी तंत्र (Indus River System)

Indus river system

सिन्धु नदी

इसकी लम्बाई 2880 कि.मी. है तथा भारत में इसकी लम्बाई 709 कि.मी. है।

सिन्धु का उदगम खोखर – चू हिमनद में होता है, जो कैलाश श्रेणी’ (6714 मीटर) के उत्तरी ढाल पर स्थित है। 

कैलाश पर्वत से निकलने के बाद यह एक सिकुड़ी हुयी घाटी से उत्तर-पश्चिमी दिशा में (तिब्बत में) बहती है, जहां इस सिंगी खम्बन या लायन्स मॉउथ (Lion’s mouth) कहते हैं।

भारत में राष्ट्रीय उद्यान (National Parks in India)

National parks in India

गिन्डी राष्ट्रीय उद्यान (Guindy National Park)
चेन्नई में स्थित यह उद्यान भारत का सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान है।
यह तमिलनाडु के राज्यपाल के सरकारी निवास को घेरे प्रदेश के विस्तार में फैला हुआ है।
इस उद्यान में मनोरम वन, झाड़ियाँ, झीलें तथा छोटी धाराएँ देखी जा सकती हैं।

भारत में वनों का वितरण (Distribution of Forests in India)

Distribution of forest in India

भारत की वन रिपोर्ट 2021 के अनुसार देश में कुल 7,13,789 वर्ग किमी वनक्षेत्र है जो देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 21.71 प्रतिशत है। 99,779 वर्ग किमी (3.04%) अत्यन्त सघन वन, 3,06,890 वर्ग कि.मी. (9.33%) सामान्य सघन वन और 3,07,120 वर्ग कि.मी. (9.34%) खुले वन क्षेत्र हैं। यह स्थिति सन्तोषजनक नहीं है क्योंकि भारत जैसे उष्ण कटिबन्धीय जलवायु वाले देश का लगभग एक तिहाई भाग वनों से ढका हुआ होना चाहिए।

भारतीय जलवायु की मुख्य विशेषताएँ (Salient Features of Indian Climate)

Salient Features of Indian Climate

भारत की अधिकांश वर्षा दक्षिण-पश्चिमी मानसून (South-West Monsoon) पवनों द्वारा होती है। देश की कुल वर्षा का 75% ग्रीष्मकालीन दक्षिण-पश्चिमी मानसून काल में, 13% मानसून के उपरान्त (Post-Monsoon) काल में, 10% पूर्व मानसून (Pre-Monsoon) काल में तथा शेष 2% शीतकाल में होता है। 

भारत की जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक (Factors affecting Climate of India)

Factors affecting Climate of India

किसी भी देश की जलवायु अच्छे से समझने के लिए वहाँ के तापमान, वर्षा, यायुदाब तथा पवनों की गति तथा दिशा का ज्ञान होना आवश्यक है। किसी भी देश की जलवायु पर उस देश के अक्षांशीय विस्तार, उच्चावच तथा जल व स्थल के वितरण का गहरा प्रभाव पड़ता है। हम जानते हैं कि कर्क रेखा भारत को लगभग दो बराबर भागों में बांटती है। अतः इसका दक्षिणी भाग उष्ण कटिबन्ध में तथा उत्तरी भाग शीतोष्ण कटिबन्ध में स्थित है। भारत के उत्तर में विशाल हिमालय पर्वत स्थित है।

भारत : विविधताओं का देश (Diversities in India)

diversities in india

भारत विश्व का सातवाँ बड़ा देश है, जिसका क्षेत्रफल 32.87 लाख वर्ग किमी० है । इसकी उत्तर-दक्षिण दिशा में लम्बाई 3,214 किमी० तथा पूर्व-पश्चिम दिशा में चौड़ाई 2,933 किमी० है। साथ ही यह दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे अधिक आबादी वाला लोकतंत्र है। इतने बड़े देश में भौतिक, आर्थिक, सामाजिक तथा राजनैतिक विविधताओं का पाया जाना स्वाभाविक ही है।

भारत में मृदा का वर्गीकरण (Soil Classification in India)

Soil Map of India

भारतीय मृदाओं का प्रथम वैज्ञानिक वर्गीकरण वोयलकर (1893) और लीदर (1898) ने किया था। 
अखिल भारतीय मृदा एवं भू-उपयोग सर्वेक्षण संगठन द्वारा भी 1956 में भारतीय मृदाओं को वर्गीकृत करने का प्रयास किया गया। अगले वर्ष 1957 में राष्ट्रीय एटलस एवं थिमेटिक संगठन (NATMO) द्वारा भारत के मृदा मानचित्र को प्रकाशित किया, जिसमें भारतीय मृदाओं को 6 प्रमुख समूहों और 11 उप-समूहों में वर्गीकृत किया गया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (ICAR) के द्वारा भी वर्ष 1963 में भारत का मृदा मानचित्र प्रकाशित किया।

भारत के द्वीप (The Islands of India)

Island of India

अंडमान और निकोबार द्वीप समूहों को दस डिग्री चैनल एक-दूसरे के अलग करता है। 

अंडमान द्वीपों के तीन हिस्से हैं – उत्तरी, मध्य और दक्षिणी। 

निकोबार द्वीपों के उत्तरी भाग को कार निकोबार और दक्षिणी भाग को महान निकोबार कहते हैं।

भारत का दक्षिणतम बिन्दु ‘इंदिरा प्वाइन्ट’ है, जो ग्रेट निकोबार द्वीप पर स्थित है।

तटीय मैदान (Coastal Plains)

Coastal Plains of India

पश्चिमी तटीय मैदान को धरातल तथा संरचना की दृष्टि प्रमुख रूप से तीन उप-भागों में बांटा गया है (i) कोंकण तट (ii) कर्नाटक या कन्नड़ तट (iii) मालाबार तट
पश्चिम तटीय मैदान का उत्तरी भाग को कोंकण तट कहते हैं। इसका विस्तार मुंबई से गोवा तक है। कोंकण तट की लंबाई लगभग 530.कि.मी. लं और चौड़ाई 30 से 50 कि.मी. के बीच है।

प्रायद्वीपीय उच्चभूमि (Peninsular Highlands)

Peninsular Highlands

प्रायद्वीपीय उच्च भूमि भारत का सबसे बड़ा भू-आकृतिक प्रदेश है, जो लगभग 16 लाख वर्ग कि.मी. में फैली है। अनाईमुड़ी (नीलगिरि) प्रायद्वीपीय भारत का सर्वोच्च शिखर जिसकी ऊंचाई 2695 मी. है। प्रो. एस.पी. चटर्जी के अनुसार प्रायद्वीपीय उच्चभूमि को निम्न आठ वृहत् भू-आकृतिक इकाइयों में विभाजित किया जा सकता है, जिनका वर्णन नीचे किया गया है 

भारत के उत्तरी मैदान का प्रादेशिक विभाजन

Regional Division of the Northern Plains of India

भू-जलवायु एवं स्थलाकृतिक विशेषताओं के आधार पर भारत के उत्तरी मैदान को निम्न चार मध्य प्रदेशों में विभाजित किया जा सकता है:

1. राजस्थान मैदान

2. पंजाब-हरियाणा मैदान

3. गंगा मैदान

4. ब्रह्मपुत्र मैदान

भारत के उत्तरी मैदान का भू-आकृतिक विभाजन (Physiographic Division of Northern Plains of India)

Physiographic Division of Northern Plains of India

भारत के महान मैदान शिवालिक के दक्षिण में स्थित हैं। हिमालयी अग्र भ्रंश (HFF) इस मैदान को हिमालय से अलग करता है। यह मैदान उत्तर के हिमालय प्रदेश और दक्षिण के प्रायद्वीपीय प्रदेश के मध्य एक संक्रमण प्रदेश है। पश्चिम से पूरब की ओर ढाल वाले इस महान मैदानी क्षेत्र का निर्माण सिंधु, गंगा, बह्मपुत्र और इनकी सहायक नदियों द्वारा निक्षेपित जलोढ़ों से हुआ है।

हिमालय का प्रादेशिक विभाजन (Regional Division of Himalaya)

Regional Division of Himalaya

सर सिडनी बरार्ड ने हिमालय को चार अनुप्रस्थ क्षेत्रों में विभाजित किया है-

पंजाब हिमालय (सिंधु और सतलुज नदियों के बीच 500 कि,मी. लंबा)

कुमाऊं हिमालय (सतलुज और काली नदियों के बीच 320 किमी लंबा)

नेपाल हिमालय (काली और तिस्ता नदियों के बीच 800 किमी लंबा) और

असम हिमालय (तिस्ता और ब्रह्मपुत्र नदियों के बीच 720 कि.मी.लंबा)

हिमालय का भौगोलिक या अनुदैर्ध्य विभाजन (Longitudinal Division of Himalaya)

Himalaya Mountain Ranges

हिमालय कोई एक पर्वत नहीं है, अपितु अनेक पर्वत श्रृंखलाओं का समूह है जो एक दूसरे के समानांतर हैं। उत्तर से दक्षिण तक, ये श्रृंखलाएं ट्रांस-हिमालय, ग्रेटर हिमालय, लघु हिमालय और शिवालिक हैं।

भारत की सीमाएँ (Indian Borders)

भारत की अन्य देशों के साथ लगती सीमाओं की लम्बाई

भारत के उत्तर पश्चिम में पाकिस्तान तथा अफगानिस्तान की सीमाएं, उत्तर में चीन, नेपाल तथा भूटान की सीमाएंऔर पूर्व में म्यांमार तथा बंगलादेश की सीमाएं लगती हैं। इन सभी देशों की सीमाओं को मिलाकर भारत की कुल स्थलीय सीमा की लम्बाई 15,200 किमी० है। नीचे दी गई तालिका से स्पष्ट है कि भारत की सबसे लम्बी अंतर्राष्ट्रीय सीमा बांग्लादेश के साथ तथा सबसे छोटी सीमा अफगानिस्तान के साथ लगती है।