निकटवर्ती पड़ोसी विश्लेषण विधि (Nearest Neighbor Analysis)
निकटवर्ती पड़ोसी विश्लेषण विधि (Nearest Neighbor Analysis) में सेवा केन्द्रों की प्रकीर्णन या फैलाव (dispersion) एवं संकेन्द्रण या जमाव (concentration) की अवस्था को मापने के लिए उनके जनसंख्या आकार, वितरण और प्रारूप विश्लेषण को ध्यान में रखा गया है।
नगरीकरण की ऐतिहासिक अवस्थाएँ (Historical Stages of Urbanization)
नगरीकरण वर्तमान युग की सबसे महत्त्वपूर्ण घटनाओं में से एक है। इसका प्रारम्भ मानव के सभ्यता की ओर बढ़ते कदम से होता है। आदिमकाल से लेकर आज तक यह विभिन्न अवस्थाओं से गुजरा है। गिब्स (J.P. Gibbs) ने इन अवस्थाओं को पाँच तथा लैम्पर्ड (E. Lampard) ने दो भागों में बाँटा है।
नगरीकरण का चक्र (Cycle of Urbanization)
नगरीकरण वह चक्रीय प्रक्रिया है जिसमें कोई राष्ट्र कृषि-सामाजिक-व्यवस्था से औद्योगिक-सामाजिक-व्यवस्था की ओर बढ़ता है। नगरीकरण प्रक्रिया में एक राष्ट्र की जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत बढ़ता है।
नगरों के वर्गीकरण की शुद्ध सांख्यिकीय विधियां (Pure Statistical Method of Towns’ Classification)
यह विधि पूरी तरह से आँकड़ों के वैज्ञानिक विश्लेषण पर आधारित है। इसमें नगर के प्रत्येक व्यवसाय या कार्य के लिए सांख्यिकीय मापदण्ड (Parameters) निर्धारित किए जाते हैं और उनका प्रयोग सभी नगरों पर समान रूप से किया जाता है। नगरों के वर्गीकरण की सांख्यिकीय विधि का प्रयोग विभिन्न विद्वानों ने अपने-2 कार्य में किया है, जिनमें से कुछ का संक्षिप्त वर्णन नीचे किया जा रहा है
नगरों के वर्गीकरण की आनुभविक व सांख्यिकीय विधि (Empirical-cum-Statistical Method of Towns’ Classification)
सन् 1943 में संयुक्त राज्य अमेरिका के 948 नगरों की जनसंख्या के व्यावसायिक आँकड़े इक्कठा किए। उन्होंने इन नगरों में विभिन्न व्यवसायों में काम करने वाली जनसंख्या का अलग-अलग प्रतिशत निकाला तथा इस प्रकार प्राप्त प्रतिशत मूल्यों के आधार पर नगरों का कार्यात्मक वर्गीकरण प्रस्तुत किया।
नगरों का वर्गीकरण (Classification of Towns)
नगर केवल एक कार्य तक सीमित नहीं रहते, बल्कि वे बहुमुखी कार्यों और व्यवसायों को सम्पादित कर रहे होते हैं। अतः कार्यों के आधार पर नगरों का वर्गीकरण करना कठिन काम है। फिर भी किसी नगर को उसके प्रधान कार्य के आधार पर विशिष्ट श्रेणी में रखा जाता है।
नगरों का कार्यिक वर्गीकरण (Functional Classification of Towns)
विभिन्न विद्वानों द्वारा किए गए नगरों के कार्यिक वर्गीकरण के आधार पर नगरों को निम्नलिखित 8 वर्गों में बाँट सकते हैं-
(1) सुरक्षा केन्द्र
(2) उत्पादन केन्द्र
(3) व्यापारिक एवं वाणिज्यिक केन्द्र
(4) राजनीतिक एवं प्रशासकीय केन्द्र
(5) सांस्कृतिक केन्द्र
(6) परिवहन केन्द्र
(7) मनोरंजन केन्द्र
(8) अन्य केन्द्र