प्रवास का गुरुत्व मॉडल (Gravity Model of Migration)
गुरुत्व मॉडल का मौलिक आधार यह है कि किसी क्षेत्र या नगर में प्रवासियों को आकर्षित करने की शक्ति उसके आकार के अनुसार बढ़ती जाती है और उससे दूरी बढ़ने पर घटती जाती है।
रैवेन्स्टीन का प्रवास नियम (Ravenstein’s Law of Migration)
बीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में भूगोल सहित अन्य सामाजिक विज्ञानों में आई मात्रात्मक क्रांति के परिणामस्वरूप मॉडल तथा सिद्धान्त निर्माण में विद्वानों ने अधिक अभिरुचि दिखायी है। प्रवास सिद्धान्त तथा मॉडल के निर्माण में जनांकिकीविदों, समाजशास्त्रियों, अर्थशास्त्रियों, भूगोलविदों आदि ने प्रयास किए हैं। इस दिशा में रैवेन्स्टीन (1889) के प्रयास को प्रथम महत्वपूर्ण कार्य माना जाता है।
अवजनसंख्या (Under Population)
जब किसी प्रदेश में उपलब्ध संसाधनों के पूर्ण विकास या उपयोग के लिए जितनी जनसंख्या की आवश्यकता होती है उससे कम जनसंख्या पाई जाती है, तो इस स्थिति के लिए अधोजनसंख्या, अल्प जनसंख्या, जनाभाव, जनाल्पता, अवजनसंख्या आदि शब्दावलियों का प्रयोग किया जाता है।
अति जनसंख्या या जनाधिक्य (Overpopulation)
जब किसी क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों के विकास की तुलना में वहाँ जनसंख्या वृद्धि की गति तेज होती है जिसके परिणामस्वरूप वहां की जनसंख्या उस क्षेत्र की सामान्य पोषण क्षमता से अधिक हो जाती है और जीवन-स्तर नीचे गिरने लगता है, ऐसी अवस्था को अति जनसंख्या, जनाधिक्य या जनातिरेक की संज्ञा दी जाती है।
अनुकूलतम जनसंख्या (Optimum Population)
‘अनुकूलतम’ (Optimum) एक सापेक्षिक शब्द है जिसका अर्थ देश-काल के अनुसार परिवर्तित हो सकता है। यदि हम अनुकूलतम जनसंख्या का निर्धारण जीवन स्तर तथा जीवन की गुणवत्ता के आधार पर करें तो किसी प्रदेश की वह जनसंख्या जिसे वहाँ उपलब्ध संसाधनों के अनुसार उच्चतम जीवन स्तर प्राप्त होता है, अनुकूलतम या अभीष्ट जनसंख्या कही जा सकती है।
बूढी होती जनसंख्या (Aging of Population)
बूढी होती जनसंख्या (aging of population) एक जनसांख्यिकीय घटना है, जो किसी समाज में बुजुर्ग लोगों के अनुपात में वृद्धि को दर्शाती है। आने वाले दशकों में दुनिया में बुजुर्गों की आबादी दोगुनी होने की उम्मीद है। 2050 तक, हर छह में से एक व्यक्ति 65 वर्ष से अधिक आयु का होगा।
साक्षरता का अर्थ एवं माप (Meaning and Measurement of Literacy)
साक्षरता का शाब्दिक अर्थ है व्यक्ति के साक्षर (अक्षर युक्त) होने का गुण। सामान्य अर्थ में साक्षर व्यक्ति वह है जो किसी भाषा में पढ़ना और लिखना जानता है। अक्षर ज्ञान (Knowledge of Letters) साक्षर होने के लिए अनिवार्य है।
माध्यिका आयु या मध्यमान आयु (Median Age)
इस लेख में आप जनसंख्या की माध्यिका आयु या मध्यमान आयु के बारे में विस्तार से जानेंगे
आयु सूचकांक (Age Indices)
इस लेख में आप आयु सूचकांक का अर्थ, आयु सूचकांक के प्रकार तथा निर्भरता अनुपात के बारे विस्तारपूर्वक जानेंगे।
आयु पिरामिड: अर्थ, उसको प्रभावित करने वाले कारक तथा उपयोगिता (Age Pyramid: Meaning, Factors Affecting It and Usefulness)
इस लेख में आप आयु पिरामिड का अर्थ, उसको प्रभावित करने वाले कारक तथा उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानेंगे।
आयु संघटन: अर्थ एवं इसको प्रभावित करने वाले कारक (Age Composition: Meaning and Factors Affecting It)
आयु संघटन किसी जनसंख्या में आयु या आयु वर्गों के अनुसार जनसंख्या के वितरण को दर्शाता है। इसे आयु संरचना (Age structure) भी कहा जाता है। हम जानते हैं कि विश्व के अलग- 2 देशों व प्रदेशों तथा समाजों में विभिन्न आयु वर्गों में जनसंख्या का वितरण एक समान नहीं है। विभिन्न आयु वर्गों की जनसंख्या (आयु संघटन) ही मुख्य रूप से जनसंख्या परिवर्तन की दर और दिशा दोनों को निर्धारित करती है।
लिंगानुपात के प्रकार (Types of Sex Ratio)
प्राथमिक लिंगानुपात गर्भधारण के समय के लिंगानुपात को दर्शाता है। यदि हम आनुवंशिक विज्ञान (Genetics) के सिद्धान्त को माने तो गर्भधारण के समय प्रत्याशित लिंगानुपात 1:1 के अनुपात में नहीं होता है। बल्कि स्त्री भ्रूण (female fetus) की तुलना में पुरुष भ्रूण (male fetus) की अधिकता होती है। अर्थात् गर्भ धारण करते समय लडकियों की बजाए लड़कों की संख्या अधिक होती है। आंकड़ों के अभाव में यह तथ्य या सत्य अनुमानों पर ही आधारित कहा जा सकता है।
लिंग संघटन (Sex Composition)
इस लेख में हम लिंग संघटन का अर्थ तथा लिंग संघटन को ज्ञात करने की विभिन्न विधियों की विस्तारपूर्वक व्याख्या करेंगे।
जनसंख्या संघटन (Population Composition)
जनसंख्या संघटन का अर्थ जनसंख्या की संरचना (structure) से है। जनसंख्या संघटन में जन्संख्या के केवल उन्हीं तत्वों को शामिल किया जाता है जिनकी माप की जा सके अर्थात् वे घटक जिनको विभिन्न जनगणनाओं में एकत्रित किया है जैसे लिंग, वैवाहिक स्थिति, परिवार के आकार, व्यवसाय या आर्थिक क्रिया, ग्रामीण-नगरीय अनुपात (नगरीकरण), शिक्षा का स्तर, राष्ट्रीयता, जाति, भाषा, धर्म आदि से सम्बन्धित आंकड़े।
प्रवास के परिणाम (Consequences of Migration)
विश्व बैंक के अनुसार 2020 में विभिन्न देशों को 702 बिलियन अमेरिकी डॉलर हुडियाँ के रूप में प्राप्त हुए। विदेशों से हुडी प्राप्तकर्ता के रूप में भारत का पहला स्थान है। सन् 2020 में भारत ने हुडियाँ के रूप में 83.2 बिलियनअमेरिकी डॉलर प्राप्त किए। इसके बाद क्रमशः चीन (59.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर), मैक्सिको (42.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर), फिलिपिन्स (34.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर), मिस्र (29.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर), का स्थान है।