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चीनी धर्म: उत्पत्ति, विकास और प्रमुख विशेषताएँ (Chinese Religion: Origin, Development and Characteristics)

Chinese Religion

चीनी धर्म (Chinese Religion) केवल आध्यात्मिक आस्था नहीं, बल्कि एक संपूर्ण जीवन दर्शन है। यह व्यक्ति को संतुलित, नैतिक और सामंजस्यपूर्ण जीवन जीने की प्रेरणा देता है। चीनी लोक धर्म, कन्फूसियस धर्म, ताओ धर्म और बौद्ध धर्म ने मिलकर चीन की संस्कृति, समाज और शासन प्रणाली को गहराई से प्रभावित किया है।

बौद्ध धर्म: इतिहास, सिद्धांत, प्रसार और वैश्विक वितरण (Buddhism: history, doctrine, spread and global distribution)

Buddhism

बौद्ध धर्म (Buddhism) केवल एक धार्मिक प्रणाली ही नहीं, बल्कि एक नैतिक और दार्शनिक जीवन पद्धति भी है। इसका उद्देश्य व्यक्ति को आत्मज्ञान की ओर ले जाना और समाज में शांति और समरसता स्थापित करना है। आज भी यह धर्म दुनिया भर में अपने विचारों के कारण लोगों को आकर्षित करता है और विश्व शांति के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करता है।

यूक्रेन-रूस युद्ध (Ukraine Russia War): कारण, प्रभाव और वैश्विक परिप्रेक्ष्य

Ukraine Russia War

इस लेख में आप यूक्रेन-रूस युद्ध (Ukraine Russia War) के बारे में सम्पूर्ण जानकारी जैसे इसके कारण, प्रभाव और वैश्विक परिप्रेक्ष्य के बारे में विस्तार से जानेंगे।

हिन्दू धर्म की विशेषताएं, प्रसार एवं विश्व वितरण (Characteristics, Spread and Global distribution of Hinduism)

Characteristics, Spread and Global distribution of Hinduism

हिंदू धर्म दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है, जिसकी उत्पत्ति भारतीय उपमहाद्वीप में हुई और यह दक्षिण एशिया में व्यापक रूप से प्रचलित है। वैश्णव, शैव, शाक्त और स्मार्त संप्रदायों के साथ, यह विभिन्न दर्शन, आस्थाओं और अनुष्ठानों का संगम है। भारत, नेपाल और मॉरीशस में बहुसंख्यक हिंदू आबादी पाई जाती है, जबकि अमेरिका, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, श्रीलंका, मलेशिया और यूके सहित कई देशों में हिंदू समुदाय मौजूद हैं। जानें हिंदू धर्म का वैश्विक प्रभाव, इसकी मान्यताएं, परंपराएं और विभिन्न देशों में इसकी स्थिति।

इस्लाम धर्म की उत्पत्ति, इतिहास और वैश्विक वितरण (Origin, History and Global distribution of Islam)

Origin, History and Global distribution of Islam

इस्लाम धर्म (Islam) विश्व का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है, जिसका प्रभाव उत्तरी अफ्रीका, दक्षिण-पश्चिमी, दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी एशिया में विशेष रूप से देखा जाता है। इस धर्म की स्थापना सातवीं शताब्दी में अरब देश में हुई थी, जिसके संस्थापक हजरत मोहम्मद साहब माने जाते हैं। 

ईसाई धर्म की उत्पत्ति, इतिहास, वैश्विक वितरण (Origin, history and global distribution of Christianity)

Origin, history and global distribution of Christianity

ईसाई धर्म दुनिया के सबसे बड़े धर्मों में से एक है, जिसकी उत्पत्ति पहली शताब्दी ईस्वी में यहूदी धर्म से हुई थी। यह धर्म मुख्य रूप से ईसा मसीह के जीवन, शिक्षाओं और बलिदान पर आधारित है। ईसाई धर्म का प्रारंभ यहूदिया (वर्तमान इस्राइल और फिलिस्तीन) में हुआ, जहाँ यीशु ने अपने अनुयायियों को प्रेम, दया और मोक्ष का संदेश दिया।

Manav Parjatiyon Ka Vaishvik Parsar aur Vitaran

Caucasoid Race

मानव प्रजातियों के वैश्विक प्रसार और वितरण (Manav Parjatiyon Ka Vaishvik Parsar aur Vitaran) में ग्रंथियों के रस, जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक चयन, भौगोलिक अंतर और प्रजातियों के मेल का सबसे बड़ा योगदान रहा है। दुनिया की सभी मानव प्रजातियों को उनकी उत्पत्ति और विकास के आधार पर निम्नलिखित बड़े समूहों में बांटा जाता है –

वलित पर्वत (Folded Mountain)

folded mountains

इस लेख में आप वलित पर्वतों (Folded Mountain) का अर्थ, इसके प्रकार तथा विभिन्न विशेषताओं के बारे में विस्तार से जानेंगे।

केन्द्रीय स्थानों के कार्य, प्रकार व उनके वितरण पर प्रभाव डालने वाले तत्त्व (Types, Functions and Distributional Factors of Central Places)

Types, Functions and Distributional Factors of Central Places

नगरीय बस्तियों (Urban Settlements) के विकास पर कई चीज़ों का प्रभाव पड़ता है। इतिहास से पता चलता है कि नगर की केन्द्रीय सेवाएँ (Central Services) और उनके कार्य ही नगर के विकास को सबसे अधिक प्रभावित करते हैं।

केन्द्रीयता का अर्थ (Meaning of Centrality)

Meaning of Centrality

इस लेख में आप केन्द्रीयता का अर्थ (Meaning of Centrality) और केन्द्रीय कार्यों के प्रकार के बारे में विस्तार से आसान शब्दों में जानेंगे।

केन्द्रीय स्थान की संकल्पना (Concept of Central Place)

Concept of Central Place

1931 में मार्क जेफरसन ने सबसे पहले “केन्द्रीय स्थान” शब्द का उपयोग किया था। 
वास्तव में, केन्द्रीय स्थान वह बस्ती होती है जो अपने आसपास के क्षेत्र के लिए सामाजिक और आर्थिक सेवाओं का केंद्र होती है। इस विचार को क्रिस्टालर के सिद्धांत से और अधिक पहचान मिली।

नगरों का बसाव-स्थान एवं बसाव-स्थिति (Site and Situation of Towns)

Site and Situation of Towns

यह लेख नगरों के बसाव-स्थान और बसाव-स्थिति (Site and Situation of Towns) की अवधारणाओं की व्याख्या करता है। यह बताता है कि बसाव-स्थान किसी नगर के भौतिक स्थान को संदर्भित करता है, जबकि बसाव-स्थिति बाहरी कारकों के साथ उसके संबंध को दर्शाती है। लेख में नगर के विकास में इन दोनों पहलुओं के महत्व पर चर्चा की गई है।

नगर का अर्थ एवं परिभाषाएं (Meaning and Definition of City)

Meaning and Definition of City

‘नगर’ एक अवधारणा (Concept) है। जर्मनी में इसे ‘stadt’ और इंग्लैंड में ‘town’ या ‘city’ कहा जाता है। ‘सिटी’ शब्द का मूल लैटिन भाषा के ‘सिविटास’ (Civitas) से है। रोमन साम्राज्य में इसका उपयोग संगठनों के लिए किया जाता था। बाद में, यह शब्द ईसाई बिशप (Christian Bishopric) के मुख्य स्थानों के लिए इस्तेमाल होने लगा।