जनसंख्या समस्याएं (Population Problems)
अति जनसंख्या या जनाधिक्य (overpopulation) और अल्प जनसंख्या या जनाभाव (under population) दोनों ही दशाओं में विभिन्न प्रकार की समस्याएँ उत्पन्न होती हैं जिनको प्रकृति सामान्यतः एक-दूसरे से भिन्न होती है। जनाधिक्य की समस्या विकासशील देशों के साथ ही कुछ विकसित देशों में भी पायी जाती है। इसी प्रकार जनाभाव की समस्या भी कई विकसित और विकासशील देशों में मिलती है।
जनसंख्या के सामाजिक सिद्धान्त (Social Theories of Population)
उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध से ही अनेक समाजवादी विचारकों तथा लेखकों ने मानवीय कष्टों का कारण अधिक जनसंख्या को नहीं, आय के असमान वितरण तथा सामाजिक व्यवस्था की बुराइयों को दोषी सिद्ध करने का प्रयास किया है। माल्थस के पश्चात् जनसंख्या से सम्बन्धित अनेक सामाजिक सिद्धान्तों का प्रतिपादन हुआ। इन सामाजिक सिद्धान्तों में हेनरी जार्ज (Henery George), ड्यूमां (Dumont) तथा कार्ल मार्क्स (Carl Marx) द्वारा प्रतिपादित सिद्धान्त विशेष उल्लेखनीय हैं। इनकी संक्षिप्त चर्चा अग्रिम पंक्तियों में की गयी है।