सतत् पोषणीय विकास की मुख्य विशेषताएँ (Salient Features of Sustainable Development)
सतत् पोषणीय विकास की मुख्य विशेषताएँ
निम्नलिखित हैं:
प्राकृतिक संसाधनों का दक्ष उपयोग (Efficient Use of Natural Resources)
भावी पीढ़ी के जीवन की गुणवत्ता से समझौता न हो (No Compromise in the Quality of Life of the Future Generation)
विकास पर्यावरण के अनुकूल हो (Development should be Environment Friendly)
आर्थिक विकास को सीमित नहीं करती (Does not Limit Economic Development)
वितरण संबंधी साम्यता (Distribution Equity)
पूँजी का संरक्षण (Preservation of Capital)
सतत् पोषणीय विकास: अर्थ एवं इसके तत्व (Sustainable Development: Meaning and its Elements)
“हमारा पर्यावरण और प्राकृतिक-जैविक संसाधन वर्तमान पीढ़ी को तो सुखी बनाएँ मगर आने वाली पीढ़ियों को भी अभावग्रस्त न रहने दें।” आर्थिक विकास के इसी फलसफे ने सतत् पोषणीय विकास की अवधारणा को जन्म दिया ।
नगरों का कार्यिक वर्गीकरण (Functional Classification of Towns)
विभिन्न विद्वानों द्वारा किए गए नगरों के कार्यिक वर्गीकरण के आधार पर नगरों को निम्नलिखित 8 वर्गों में बाँट सकते हैं-
(1) सुरक्षा केन्द्र
(2) उत्पादन केन्द्र
(3) व्यापारिक एवं वाणिज्यिक केन्द्र
(4) राजनीतिक एवं प्रशासकीय केन्द्र
(5) सांस्कृतिक केन्द्र
(6) परिवहन केन्द्र
(7) मनोरंजन केन्द्र
(8) अन्य केन्द्र