वायुमण्डल के ऊष्मन एवं शीतलन की विधियाँ (Methods of Heating and Cooling of Atmosphere)
सामान्य व्यक्ति यही सोचता है कि हमारा वायुमण्डल सीधा सौर किरणों से गर्म हटा है, लेकिन ऐसा नहीं है। वायुमण्डल के ताप का मुख्य स्रोत पृथ्वी का धरातल है, जो सूर्य से आने वाली ऊर्जा की लघु तरंगों को अवशोषित करके उन्हें ऊष्मा में बदल देता है। उसके बाद धरातल से यह अवशोषित ऊर्जा दीर्घ तरंगों के माध्यम से पार्थिव विकिरण के रूप में वायुमंडल तक पहुचती है, जो वायुमंडल द्वारा अवशोषित कर ली जाती है।
प्राचीन भारत का भौतिक भूगोल (Physical Geography in Ancient India)
भारत के प्राचीन ग्रंथों- वेदों, उपनिषदों, पुराणों, रामायण, महाभारत आदि में अनेक स्थानों पर भौतिक भूगोल से सम्बंधित विविध तथ्यों के वर्णन मिलते हैं। प्राचीन ग्रंथों में पर्वतों, मैदानों, नदियों, वनों, मरुस्थलों, झीलों, झरनों, हिमनदों, ऋतुओं आदि के भौगोलिक वर्णन किए गए हैं। इससे प्राचीन विद्वानों की प्राकृतिक तत्वों के विषय में ज्ञान, दक्षता और अभिरुचि का पता चलता है।