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पवन की गति को प्रभावित करने वाले कारक (Factors affecting Wind Speed)

wind direction

वैसे तो पवन की गति को प्रभावित करने वाले अनेक कारक हैं, ल्लेकिन निम्नलिखित चार को प्रमुख माना जाता है:-

(1) वायुदाब-प्रवणता (pressure-gradient) 

(2) पृथ्वी की घूर्णन गति (Rotation of earth) 

(3) घर्षण (friction) 

(4) पवन का अपकेन्द्री बल (centrifugal action of wind)

Exploring the Idealist Approach in Geography

Idealist Approach in Geography

In 1981, Leonard Guelke advocated the idealist approach as a counter to the positivist arguments dominating historical geography. Guelke emphasizes the need for a philosophical shift rather than a change in techniques, urging scholars to embrace an approach widely accepted by historians.

पवन का अर्थ एवं महत्व (Meaning and Importance of Wind)

Meaning and Importance of Wind

धरातल के लगभग समानान्तर बहने या प्रवाहित होने वाली वायु को पवन (wind) कहा जाता है। बायर्स के अनुसार पवन की परिभाषा इस प्रकार है:- “पवन मात्र गतिशील वायु है जिसका मापन उसके क्षैतिज घटक में किया जाता है”। 

संघनन एवं जलग्राही नाभिक (Condensation and Hygroscopic Nuclei)

Condensation and Hygroscopic Nuclei

वायुमण्डल में संघनन की क्रिया के लिए आवश्यक है कि अति सूक्ष्म नाभिक प्रचुर मात्रा में उपस्थित हों जिनके इर्द-गिर्द वाष्प जल के सूक्ष्म कणों में परिवर्तित हो सके। पहले वैज्ञानिकों का विचार था कि संघनन के लिए वायु में धूल के अतिसूक्ष्म कण, चाहे जिस प्रकार के भी हों, पर्याप्त होते हैं।