जीवमण्डल आगार (Biosphere Reserve)
जीवमण्डल आगार (भण्डार) के अन्तर्गत स्थलीय एवं सागरीय (मुख्य रूप से सागर तटीय) पारिस्थितिक तंत्रों को शामिल किया जाता है जहाँ पर अजैविक एवं जैविक संसाधनों (पौधों एवं जन्तुओं) का समुचित तरह से प्रबन्धन एवं संरक्षण किया जाता है।
भारत में जैव विविधता हॉटस्पाट (Biodiversity Hotspots in India)
‘जैव विविधता हाटस्पाट’ (biodiversity hotspots) शब्द का सर्वप्रथम उपयोग ब्रिटिश पारिस्थितिकीविद नार्मन मायर ने सन् 1998 में किया था। नार्मन मायर के अनुसार उन क्षेत्रों को जैव विविधता हाटस्पाट कहते हैं जहां पौधों, जन्तुओं एवं सूक्ष्मजीवों के समृद्ध जीवीय समुदायों की भरमार हो तथा जिनमें स्थानिक प्रजातियों ( पौधों, जन्तुओं एवं सूक्ष्म जीवों की उन प्रजातियों को स्थानिक प्रजाति कहते हैं जो किसी क्षेत्र विशेष में ही पायी जाती हैं, अन्य क्षेत्रों में नहीं पायी जाती) का बाहुल्य होता है।