उद्योगों की स्थिति को प्रभावित करने वाले कारक (Factors Affecting Location of Industries)
हर प्रकार का उद्योग प्रत्येक स्थान पर नहीं लगाए जा सकता। क्योंकि उद्योग लगाने से पहले अनेक कारकों; जैसे कच्चे माल की उपलब्धता, ऊर्जा, बाज़ार, पूँजी, यातायात और श्रम इत्यादि की उपलब्धता को देखना पड़ता है। हम जानते हैं कि उपरोक्त बताए गए कारकों का महत्त्व समय, स्थान और हालात के अनुसार बदलता रहता है।
उद्योगों के प्रकार (Types of Industries)
कच्चे और अर्ध-निर्मित माल को मशीनों की सहायता से उपयोगी एवं मूल्यवान माल में बदलने वाले उद्योग विनिर्माण उद्योग कहलाते हैं। कृषि, वानिकी, मत्स्यन, खनन और पशुपालन इत्यादि प्राथमिक व्यवसायों से प्राप्त पदार्थों में से बहुत कम का ही उपयोग प्रत्यक्ष रूप से किया जा सकता है।