By Geo Gyan
उच्चावच व अन्य भू-आकृतिक विशेषताओं के आधार पर, हिमालय को निम्न प्रदेशों में विभाजित किया गया है 1. कश्मीर हिमालय या उत्तर-पश्चिम हिमालय, 2. हिमाचल और उत्तराखंड हिमालय, 3. दार्जिलिंग और सिक्किम हिमालय, 4. अरुणाचल हिमालय, 5. पूर्वी पहाड़ियां और पहाड़ 6. हिमालय की उत्तर-पश्चिमी शाखाएँ।
कश्मीर हिमालय या उत्तर-पश्चिमी हिमालय इसे पंजाब हिमालय भी कहा जाता है।यह सिंधु नदी से सतलुज नदी तक फैला हुआ है। इसमें काराकोरम, लद्दाख, जास्कर और पीर पंजाल प्रमुख पर्वत श्रृंखलाएं हैं। K2 या गॉडविन ऑस्टिन (8611 इस क्षेत्र कीसबसे ऊँची चोटी है।
कश्मीर हिमालय या उत्तर-पश्चिमी हिमालय ज़ोजिला, बनिहाल, फ़ोटुला और खारदुंग ला इस क्षेत्र के महत्वपूर्ण दर्रे हैं। मीठे पानी की झीलें – डल और वूलर और खारे पानी की झीलें पैंगोंग्त्सो और त्सोमुरीरी भी इस क्षेत्र में पाई जाती हैं।
हिमाचल और उत्तराखंड हिमालय इसे कुमाऊं हिमालय भी कहा जाता है। यह भाग पश्चिम में सतलुज नदी और पूर्व में घाघरा की सहायक काली नदी के बीच फैला हुआ है। यह हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्य में स्थित है। वृहत हिमालय, लघु या मध्य हिमालय और शिवालिक श्रृंखला इसी खंड में स्थित हैं।
हिमाचल और उत्तराखंड हिमालय लघु हिमालय को हिमाचल प्रदेश में धौलाधार और उत्तराखंड में नागभिता कहा जाता है। धर्मशाला, मसूरी, शिमला और कसौली जैसे अधिकांश हिल स्टेशन और रानीखेत और लैंडडाउन जैसे स्वास्थ्य केंद्र यहाँ स्थित हैं।
दार्जिलिंग और सिक्किम हिमालय इसे नेपाल हिमालय या मध्य हिमालय भी कहा जाता है। यह काली नदी और तीस्ता नदी के बीच लगभग 800 किमी की लंबाई में फैले हिमालय का छोटा लेकिन महत्वपूर्ण हिस्सा है।
दार्जिलिंग और सिक्किम हिमालय हिमालय की सबसे ऊँची चोटियाँ जैसे माउंट एवरेस्ट (भारत-नेपाल सीमा पर), कंचनजंगा, धौलागिरी, मकालू और अन्नपूर्णा आदि यहाँ स्थित हैं। लेप्चा जनजातियाँ इन पहाड़ों के ऊँचे भागों में पाई जाती है।
अरुणाचल हिमालय इसे असम हिमालय के नाम से जाना जाता है। अरुणाचल हिमालय पूर्व में भूटान हिमालय से दिफू दर्रे तक फैला हुआ है। इस क्षेत्र की प्रमुख चोटियाँ कुला कांगड़ी, नमचा बरवा, कांगटो, चोमोल्हारी आदि हैं।
अरुणाचल हिमालय हिमालय के इस भाग में अनेक जनजातियाँ निवास करती हैं। पश्चिम से पूर्व की ओर, ये जनजातियाँ मोनपा, डफला, अबोर, मिश्मी, निशि और नागा हैं। ये जनजातियाँ झूम खेती (स्थानांतरित कृषि) करती हैं। इसे ‘काटो और जलाओ’ खेती कहा जाता है।
पूर्वी पहाड़ियाँ और पहाड़ ये ब्रह्मपुत्र नदी के पूर्व में उत्तर-दक्षिण दिशा में फैली हैं। इन्हें कई स्थानीय नामों से जाना जाता है जैसे उत्तर में पटकाई, बुम, नागा हिल्स और मणिपुर हिल्स, दक्षिण में मिज़ो या लुशाई, अराकान हिल्स।
पूर्वी पहाड़ियाँ और पहाड़ ये पहाड़ियाँ भारत और म्यांमार के बीच अंतर्राष्ट्रीय सीमा बनाती हैं। मणिपुर घाटी के मध्य में स्थित एक प्रसिद्ध झील है जिसे लोकतक झील कहा जाता है। मिजोरम, जिसे ‘मोलासेस बेसिन‘ के नाम से जाना जाता है।